Young Writer, शहाबगंज। सिंचाई विभाग की लापरवाही किसानों को भारी पड़ने लगी है। विभाग की लापरवाही के चलते अतायस्तगंज गांव के पास से निकली अतायस्तगंज-तियरा माइनर के क्षतिग्रस्त होने से चार बीघे गेहूं की फसल जलमग्न हो गयी है जिससे किसान दुश्वारियों से गुजर रहे हैं। नहर के तटबंध के मरम्मत के लिए किसानों ने सिंचाई विभाग में प्रार्थना पत्र भी दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। क्षतिग्रस्त तट बन्ध का मरम्मत न होने से किसानों की फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गयी है, जिससे किसानों में असंतोष व्याप्त है।
सरकार द्वारा किसानों के आमदनी की दोगुनी करने की बात की जाती है, लेकिन सिचांई विभाग कर्मचारियों की लापरवाही के चलते किसानों के गेहूं के खेत में सिंचाई होने के बाद दोबारा पानी चले जाने से फसल बर्बाद होने के करीब है। अतायस्तगंज के किसान रामसूरत यादव ने आठ जनवरी को सिंचाई विभाग में तटबंध के क्षतिग्रस्त होने का प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते मरम्मत न होने से तटबंध टूटकर खेत में पानी चला गया, जिससे किसान परेशान हैं। किसान आशा मौर्या, रजायन, लालता मौर्य के गेहूं के खेत में पानी भर गया, जिससे किसान परेशान हैं। इस संदर्भ में सिंचाई विभाग के जेई जितेंद्र पटेल ने बताया कि नहर के तट बन्ध टुटने की जानकारी नहीं थी। उसकी जांच करा कर मरम्मत कार्य करा दिया जाएगा।