Young Writer, चंदौली। जिला न्यायालय एवं मुख्यालय निर्माण संघर्ष समिति की ओर से जारी आंदोलन 118वें दिन शुक्रवार को जारी रहा। इस दौरान संघर्ष समिति के अध्यक्ष झन्मेजय सिंह ने सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के खिलाफ हूंकार भरी। उन्होंने अधिवक्ताओं की एकता व एकजुटता को सलाम किया। साथ ही यह भी आह्वान किया कि यदि अधिवक्ता ऐसे ही अपनी एकजुटता को बनाए रखें तो जिला प्रशासन, शासन व जनप्रतिनिधियों को एक न एक दिन झूकना ही पड़ेगा और जब यह वक्त आएगा चंदौली जिला अपने अस्तित्व को पूर्णतः प्राप्त कर लेगा। इस लड़ाई को अंतिम दम तक मिलकर लड़ने की जरूरत है।
इस दौरान मुरलीधर सिंह ने कहा कि यह लड़ाई कहीं न कहीं चंदौली जिले के हर व्यक्ति की लड़ाई होनी चाहिए, क्योंकि यह लड़ाई उनके विकास व तरक्की की लड़ाई है। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को चंदौली के विकास के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की आवश्यकता जताई। कहा कि जनप्रतिनिधि को जनपद व जनता के प्रति उदार होना होगा। महिला अधिवक्ता इंदिरा तिवारी ने कहा कि कहा कि अधिवक्ता साथी 118 दिनों से अनवरत आंदोलित हैं। बावजूद इसके कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति सुधि लेने नहीं आया। यह कहीं न कहीं उनके घमंड को प्रदर्शित करता है, लेकिन प्रशासन व सत्ता पक्ष को याद रखना चाहिए कि एक न एक दिन उनके इसी घमंड के कारण उनका खुद का सर्वनाश हो जाएगा। उपाध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि चंदौली का हर युवा अधिवक्ता न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति के साथ है। अधिवक्ता चंदौली के गरीब व मजलूम को न्याय दिलाने के लिए लड़ने का काम कर रहे हैं। आज हम सभी को यह आभास हो रहा है कि चंदौली जनपद की स्थिति बहुत दयनीय है। ऐसे में अधिवक्ताओं ने चंदौली को न्याय दिलाने के लिए यह आंदोलन छेड़ रखा है। आंदोलन को उसके मुकाम तक पहुंचाने के लिए अधिवक्ता किसी भी कीमत को चुकाने के लिए तैयार है। इस अवसर पर प्रवीण तिवारी, जितेंद्र बहादुर सिंह, सत्येंद्र कुमार बिंद, आरएन विश्वकर्मा, उज्ज्वल सिंह, प्रियंका श्रीवास्तव, मुकेश मौर्या, दुर्गेश पाण्डेय, सत्य प्रकाश केशरी, राम प्रकाश मौर्या, अजय मौर्या आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता झन्मेजय सिंह व संचालन धनंजय सिंह ने किया।