Young Writer, चंदौली। मौसम में फेरबदल का सिलसिला दिन भर जारी रहा तो वही मुख्यालय से चंद किलो मीटर की दूरी पर जमकर बारिश हुई। इस दौरान आसमान से ओले गिरने लगे‚ जिसे देख लोगों ने मकानों‚ टीन शेड की आड ली। 10 मिनट तक आसमान से बर्फ के ओले गिरे‚ जिससे जमीन पर सफेद चादर बिछ गयी। बारिश और ओलावृष्टि बंद होने के बाद ग्रामीण जब अपने घरों से बाहर निकले तो एक अलग ही नजारा उन्हें देखने को मिला। सड़क किनारे घास–फूस पर करीब 3 इंच मोटी बर्फ की चादर बिछ गयी है‚ जिसे देख बच्चे मस्ती के मूड में आ गए। ओले भी गिरे जिसको लेकर ग्रामीण बच्चों ने खूब लुफ्त उठाये।
बताते है कि सदर ब्लाक क्षेत्र के हथियानी गांव में बुधवार को जमकर बारिश हुआ और साथ ही ओले भी गिरे। बारिश और ओलावृष्टि रूकी तो हथियानी गांव व उसके आसपास का मंजर एकाएक बदल चुका था। ग्रामीणों को ऐसा लग रहा था कि जैसे मानो वह शिमला व मनाली की वादियों के बीच खड़े हों। गांव में खेत व सड़क व आसपास की पटरियां सफेट चादर की तरह ढक चुकी थीं‚ वहीं गांव के बच्चे बाल्टी और थरमस लेकर खेतो और सड़कों पर ओले को बटोरने में लग गए। ग्रामीणों का कहना है 15 मिनट की बारिश में गांव की सड़क व खेत ओले गिरने से पूरी सफेश हो गयी। घर के बच्चे बाल्टी बोलत लेकर घर की छतों और सड़कों और दौड़ पड़े। वहीं‚ जमकर ओलावृष्टि देखकर किसान पूरी तरह से सहम गए। कुछ फसलों को नुकसान भी होने का अनुमान लगाया जा रहा है ओलावृष्टि बंद होने के बाद बर्फ की चादर जमीन होने पर बच्चों ने इसका खूब आनंद लिया, लेकिन किसानों के ऊपर चिंता की लकीरे दिखाई देने लगी। लोगों का कहना है कि पहली बार ऐसा ओलावृष्टि व बर्फ की बारिश हुई है। लोगों का कहना है कि बर्फबारी के कारण पहले की फसलों को कुछ नुकसान हो सकती है।