Young Writer, इलिया। जिस औलाद के लिए लोग नीम-हकीम के चक्कर काटते हैं। मन्नतें मांगते हैं। मंदिर-मजार मत्था टेकने के साथ ही पत्थर और पहाड़ तक को पूज डालते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ईश्वर के दिए अनमोल धन को मिलते ही उसे लावारिश हाल में छोड़ जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा इलिया थाना क्षेत्र के मालदह गांव के पास एक नवजात शिशु साल में लिपटा हुआ लावारिश हाल में मिला।
बताते हैं कि शुक्रवार की सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीण जब सड़क से गुजर रहे थे उन्हें बच्चे के रोने की आवाजे सुनाई दी। इस पर जब लोगों ने झाड़ियों के पास जाकर देखा तो झाड़ियों के बीच एक नवजात शिशु साल में लिपटा पड़ा है। उसके शरीर से नाड़ियां जुड़ी थी, जिसे देखकर यह प्रतीत हो रहा था कि उसे जन्मते ही किसी ने सड़क किनारे रख दिया होगा। जन्म के बाद जिस नवजात बालक को उसके मां की ममता, वात्सल्य की जरूरत थी। उसे चंद मिनटों में काली रातों में अकेला व हाड़-कंपाने वाली सर्द का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची इलिया थाना पुलिस ने नवजात की सेहत व उसकी सुरक्षा की दृष्टि से चकिया संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल नवजात बालक का स्वास्थ्य ठीक है और उसे चिकित्सकों की निगरानी में चकिया अस्पताल में रखा गया है। सड़क किनारे झाड़ियों में नवजात मिलने की सूचना आसपास के इलाके में तेजी से फैली और लोग उसे देखने के लिए मौके पर जमा हो गए। कई लोगों ने बालक का संरक्षण हासिल कर उसके लालन-पालन की भी इच्छा जाहिर की, लेकिन पुलिस ने पहले उसे चिकित्सकीय सेवाएं देने का निर्णय लिया और उसे जिला अस्पताल चकिया में भर्ती करा दिया है।