Young Writer, चंदौली। चंदौली स्थित कंपोजिट विद्यालय सदर में गुरुवार को बच्चों द्वारा रक्षाबंधन का पर्व विद्यालय परिसर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बच्चियों ने अपने हाथ से निर्मित राखी को अपने साथ में पठन-पाठन कर रहे भाइयों को कलाई में बांधकर अपनी सुरक्षा का वचन लिया। वही भाइयों ने भी अपने सामर्थ्य के अनुसार बहनों को उपहार भेंट किए और उनकी सुरक्षा का वचन दिया।

इस दौरान माया कुशवाहा ने कहा कि रक्षा बंधन का पर्व दो शब्दों के मिलने से बना हुआ है, “रक्षा” और “बंधन“। संस्कृत भाषा के अनुसार इस पर्व का मतलब होता है कि “एक ऐसा बंधन जो की रक्षा प्रदान करता हो”। यहाँ पर “रक्षा” का मतलब रक्षा प्रदान करना होता है और “बंधन” का मतलब होता है एक गांठ, एक डोर जो की रक्षा प्रदान करे। ये दोनों ही शब्द मिलकर एक भाई-बहन के प्रेम का प्रतिक हैं। यहाँ ये प्रतिक केवल खून के रिश्ते को ही नहीं समझाता बल्कि ये एक पवित्र रिश्ते को जताता है। यह त्यौहार खुशी प्रदान करने वाला होता है, वही ये भाइयों को यह याद दिलाता है कि उन्हें अपने बहनों की हमेशा रक्षा करनी है। रक्षा बंधन भाई-बहन का प्रतीक माना जाता है। रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को जताता है और घर में खुशिया लेकर आता है। इसके अलावा यह त्योहार भाईयों को याद दिलाता है कि उन्हें अपनी बहनों की रक्षा करनी चाहिए। इस दौरान विजय शंकर सिंह, विभा सिंह, सुषमा सिंह, सत्या, रजनी गुप्ता, अन्नपूर्णा द्विवेदी सहित शिक्षक और शिक्षा मित्र उपस्थित रहे।


