Young Writer, चंदौली। धान बेचने के लिए कई दिन से परेशान किसानों ने शनिवार को मंडी समिति पर धान लदे ट्रैक्टरों के साथ धरना दिया। जिसमें सदर एसडीएम अविनाश कुमार ने किसानों को आस्वासन देकर ट्रैक्टरों को केंद्रों पर रवाना किया। लेकिन रविवार को पूरे दिन भर भूखे-प्यासे किसानों के ट्रैक्टर पर लदे किसान की धान की खरीद नहीं हो पायी। ये किसान क्रमशः सैदूपुर, गौरी, उतवत, शहाबगंज और चंदौली मार्केटिंग में खड़े रहे।
विदित हो कि धान खरीद के लिए आंदोलित किसानों को एसडीएम द्वारा दिन भर आश्वासन दिया जा रहा है। धान की खरीद के लिए किसान एसडीएम द्वारा दिए गए नंबर पर फोन करते रह गए, लेकिन उन्हें प्रशासन से कोई जवाब नहीं मिला। स्थिति यह है कि किसानों के धान लदे ट्रैक्टर अभी भी केंद्रों पर खड़े है। भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि पहले किसान अपना धान चंदौली लेकर गए, फिर इन किसानों को चंदौली से क्रय केंद्र पर लेकर गए। ये किसानों के साथ धोखा है। पीड़ित किसानों ने फैसला किया है कि अगर धान नहीं खरीद किया गया तो किसान अपना धान जिला मुख्यालय पर फूंकने के लिए मजबूर होंगे। जिसके लिए पूरी तरह से शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा। किसान पंचायत में मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी, जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान, जिला युवा उपाध्यक्ष रंकज सिंह, तहसील अध्यक्ष गोपाल सिंह व मुकेश सिंह, राजेश सिंह एडोकेट, चुल्हन राम, अमरजीत राम, वीरेंद्र यादव, सारनाथ पांडेय, मुरलीधर सिंह, अभय कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।