Young Writer, चंदौली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले वर्तमान समय में चकिया संयुक्त चिकित्सालय में तैनात वरिष्ठ सहायक अवधेश सिंह को शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उनके निलंबन का आदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशक (प्रशासन) की ओर से जारी किया है। उन पर अनियमितता व लापरवाही का आरोप है। वरिष्ठ सहायक अवधेश के निलंबन की सूचना से स्वास्थ्य महकमे के लोगों में हड़कंप की स्थिति रही।
विदित हो कि चंदौली मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तैनाती के दौरान वरिष्ठ सहायक अवधेश सिंह पर शासन की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं करने व अन्य गड़बड़ियों की शिकायत थी। प्रथम दृष्टया आरोपों की पुष्टि होने पर निदेशक (प्रशासन) चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा उत्तर प्रदेश द्वारा अनियमितता एवं घोर लापरवाही बरतने का आरोप में निलंबन की कार्रवाई की गई है। उनके निलंबन की चर्चाएं शुक्रवार की रात ही जनपद में बनी रही, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पायी। हालांकि शनिवार की सुबह निलंबन आदेश के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही शासन से स्वास्थ्य विभाग के लिपिक के ऊपर की कार्यवाही की पुष्टि हो गई। इसके पूर्व चंदौली में तैनात रहे सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी से वरिष्ठ सहायक अवधेश सिंह के खींचतान की स्वास्थ्य महकमे में खूब चर्चाएं रहीं। सनद हो कि चंदौली का स्वास्थ्य घोटालों, गड़बड़ियों के लिए अक्सर चर्चा में बना रहता है। अब चाहे सरकार बसपा की हो या फिर सपा या भाजपा की। यहां तैनात कई लिपिक अपनी ऊंची पहुंच से इतने सशक्त नजर आते हैं कि जिले के अफसर भी उनके सामने कई बार असहाय दिखते हैं। ऐसे में शासन स्तर से बीच-बीच में होने वाली इस तरह की कार्यवाही का होना लोगों में चर्चा का विषय रहता है। हालांकि निलंबन की कार्रवाई के बारे में जानकारी होने से अवधेश सिंह ने कहा कि अभी तो उनके खिलाफ शिकायत की सीडीओ चंदौली द्वारा जांच की जा रही है।