चंदौली जामा मस्जिद में कुरआन तरावीह मुकम्मल
Young Writer, चंदौली। पुरानी बाजार स्थित जामा मस्जिद में रविवार की रात कुरआन तरावीह मुकम्मल हुई। इस दौरान हाफिज आदिल समेत बाजार के मुस्लिम बंधुओं ने अमन-चैन व खुशहाली के लिए दुआ की। हाफिज आदिल ने रहमत व बरकत के महीने रमजान व रोजे के महत्व पर रौशनी डाली। कहा कि रमजान हम सभी को बुराई से अच्छाई की ओर ले जाने की रास्ता दिखाता है। एक-दूसरे से मोहब्बत करने, जरूरतमंद की खिदमत व मदद की सीख देता है।
उन्होंने सभी मुस्लिम बंधुओं से आपस में मिल्लत व मोहब्बत कायम करने की बात कही। कहा कि आपसी नफरत व गुस्से को त्यागकर एक-दूसरे के सुख-दुख को बांटे। गरीब व जरूरतमंद मुस्लिमों की मदद करें, ताकि उनकी परेशानियां दूर हो सके। अल्लाह ने माल-दौलत वाले मोमिनों को मजलूमों व जरूरतमंदों की मदद का जिम्मा सौंपा। इस जिम्मेदारी को हमें समझने व निभाने की जरूरत है, ताकि हाल-परेशान मुसलमान के हालात को बदला व सुधारा जा सके। उन्होंने मुस्लिम युवाओं को दिनी व आधुनिक दोनों तरह की तालिम को हासिल करने पर जोर दिया। माह-ए-रमजान में जकात ओर फितरा अदा करें। साथ ही मिलकर रमजान माह की खुशियां एक-दूसरे से बांटे। आपसी मिल्लत, जरूरी तालीम को हासिल करके ही मुसलमान अपनी बदहाली को दूर कर खुशहाली व तरक्की हासिल कर सकता है। इस अवसर पर मौलाना ओवैश, इरफ़ान हाशमी, कलाम हाशमी, शमीम हाशमी हाफिज मआज, फिरोज खान, सलीम हाशमी, इम्तियाज हाशमी, तौकीर खान, असद अली, उस्मान मंसूरी, सद्दाम अंसारी, मास्टर इस्तियाक अंसारी, आजम हाशमी, मुस्ताक हाशमी, फैजान, अम्मार, अनस, पिंटू, सिबली खान, उस्मान खान, अब्दुल रहमान, परवेज इद्रीशी, अयूब खान आदि उपस्थित रहे।