Young Writer, नौगढ़। पांच दिवसीय रोवर्स रेंजर्स प्रशिक्षण का शुभारंभ सोमवार को राजकीय महाविद्यालय परिसर में हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि प्राचार्य डा.रमेश कुमार सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। कहा कि रोवर्स रेंजर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम महात्मा गांधी काशी विद्मापीठ से संबद्ध सभी महाविद्यालयों में संचालित हो रहा है, जिससे निस्वार्थ भाव से मानव सेवा समाज सेवा देश सेवा के साथ ही स्वयं के सर्वांगीण विकास के सफलता का गुर अर्जन होता है। किताबी ज्ञान के बाद व्यवहारिक ज्ञान का बोध होना एकदम जरूरी है।बताया कि मनुष्य ऊंचाई तो हासिल कर लेता है जिसका भली प्रकार से निर्वहन कर पाना ब्यवहारिक गुण पर ही निर्भर होता है। जीवन की वास्तविक कठिनाईयो का समाधान धैर्य परिश्रम व सुस्ंस्कृत होने पर ही संभव है। असिस्टेंट प्रोफेसर डा.अनुराग सिंह ने बताया कि जीवन के किसी भी विधा में सफल होने के लिए सीखने की आवश्यकता होती है।जिसकी सफल प्रतिपूर्ति सामुहिक रूप से प्रशिक्षित होने पर ही संभव है।मनुष्य जीवन में सतत सीखने की प्रक्रिया है। रोवर्स प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर डा.तेज प्रकाश चतुर्वेदी ने कहा कि रोवर्स रेंजर्स प्रशिक्षण मे विपरीत परिस्थितियों का जन जीवन में भली प्रकार से सामना करने के लिए छात्र जीवन में ही कम संसाधनों मे ही टेंट लगाना भोजन बनना साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना व मृदुभाषी रहकरके समाज सेवा व देश सेवा करने की प्रेरणा दी जाती है। रेंजर्स प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर डा.पूजा यादव ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताई कि मेघावी साहसी प्रशिक्षणार्थी पूरी लगन व निस्ठा के साथ एकाग्रचित्त होकर प्रशिक्षण प्राप्त करें। जिसकी सार्थकता जीवन के आगामी दिनों में सार्थकता हासिल करेगी। महाविद्यालय की बालिकाओं ने सरस्वती बंदना स्वागत गीत व नृत्य तथा देशभक्ति गीत की प्रस्तुति किया। इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर शीतला प्रसाद सिंह, डा.रमेश चन्द्र, धर्मचंद्र, सुरेश जायसवाल, महेन्द्र केशरी मौजूद रहे।