Young Writer, सकलडीहा। पुलिस पर अक्सर शोषण का आरोप लगता है। लेकिन जब वही पुलिस किसी की जान बचाने का काम करता है तो मिशाल के रूप में याद किये जाते है। कुछ ऐसा ही शुक्रवार को एक गर्भवती महिला पति की प्रताड़ना की शिकायत को लेकर कोतवाली पहुंची हुई थी। इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा होने पर छटपटाने लगी। आननदृफानन में कोतवाली पुलिस देवदूत के रूप में महिला पुलिस के सहयोग से गाड़ी में लादकर सीएचसी भर्ती कराया। सीएचसी प्रशासन की सहयोग से प्रसव पीड़ित महिला की हालत स्थिर होने पर पुलिस ने राहत की सास लिया।
सकलडीहा गांव की कमलेश राजभर की पुत्री प्रीति की शादी दिघवट गांव में हुई है। गर्भवती महिला प्रीती ससुराल पक्ष के लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए अपने मां के साथ कोतवाली पहुंची थी। अचानक प्रसव पीड़ा तेज होने पर महिला छटपाटने लगी। मौके पर मौजूद कोतवाल विनोद मिश्रा के निर्देश पर महिला चौकी प्रभारी शशी सिंह, महिला पुलिस अनीता और सिपाही विजय पाठक सादे वर्दी में थाने के गाड़ी से सीएचसी पर ले आये। जहां स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से स्ट्रेचर पर लाद कर प्रसव कक्ष तक ले गये। जहां डाक्टरों ने जच्चा बच्चा के स्वस्थ्य होने की बात कहने पर पुलिस ने राहत की सांस लिया। इस बाबत सीएचसी अधीक्षक डा. संजय यादव ने बताया कि प्रसव में समय है। लेकिन जच्चा बच्चा दोनों की हालत ठीक है।