Young Writer, इलिया। गत दिनों उपजिला मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने क्रय केंद्र प्रभारी को लापरवाही में निलंबित किया तो लगा कि तहसील में धान खरीद व्यवस्था में सुधार होगा। लेकिन शहाबगंज ब्लाक क्षेत्र में किसानों की सुविधा के लिए स्थापित धान क्रय केंद्र प्रभारियों की लापरवाही, शिथिलता के कारण बंद चल रहे हैं। यह सीधे तौर पर उपजिला मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा की कार्यवाही को चुनौती है। कहीं न कहीं ये क्रय केंद्र प्रभारी जनप्रिय आईएएस अफसर प्रेमप्रकाश मीणा से अधिक प्रशासनिक पकड़ व रसूख रखते हैं, तभी तो कार्यवाही के बाद भी क्रय केंद्रों के ताले नहीं खुल पा रहे हैं।
शहाबगंज ब्लाक में धान खरीद की स्थिति इतनी खराब है कि कहीं बोरे का अभाव है, तो कहीं क्रय केंद्र ही बंद पड़े है। इससे किसानों से धान की खरीद प्रभावित हो रही है। शहाबगंज के मसोई में राजकीय धान क्रय केंद्र द्वारा संचालित नैफेड का केंद्र बनाया गया है, जहां पर अपना धान तौल कराने के लिए लगभग 230 किसानों ने नंबर लगवाया है। एक सप्ताह से हो रही खरीद के बाद भी बोरी के अभाव में अभी तक मात्र दो किसानों से 190 कुंटल धान की खरीद हुई है। जबकि खरीद के लिए नामित क्रय केंद्र एजेंसियों व केंद्र प्रभारियों को रोजाना एक कांटे से तीन सौ कुंटल धान खरीद करने का निर्देश दिया गया है। मगर कहीं 50 कुंतल तो 100 कुंतल की ही खरीदारी हो रही है। क्रय केंद्रों पर धान खरीदारी की रफ्तार काफी धीमी है। केंद्र प्रभारी का कहना है कि बोरी के अभाव में लगभग पांच दिनों से खरीद नहीं हो रही थी। बोरियां उपलब्ध होने पर धान खरीद शुरू की जाएगी।