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Friday, August 22, 2025

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भूमिगत जलस्तर में सुधार की बड़ी मुहिम बनता दिख रहा सोख्ता गड्ढा

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सोख्ता गड्ढा के जरिए बेकार बहने वाले पानी का जमीन में हो रहा संचय

Young Writer, चंदौली। सोख्ता गड्ढा एक सूक्ष्य, लेकिन ग्राम पंचायतों के लिए बहुपयोगी योजना बनकर उभरा नजर आ रहा है। इस योजना को मूलतः गंदे पानी की निकासी व जलजमाव की समस्या से निबटने के लिए अमल में लाया जा रहा है। लेकिन इसके साथ ही यह योजना तेजी से गिरते भूमिगत जलस्तर में सुधार की दिशा में बड़ा व प्रभावी कदम साबित हो सकती है। इसे बेहतर ढंग से जमीनी रूप देकर बिछियां कला ग्राम पंचायत नजीर पेश कर रहा है। ग्राम पंचायत में कुल नौ स्थानों पर सोख्ता गड्ढा बनाया जाना है, जिसमें आठ पूरी तरह से बनकर मुकम्मल हो चुके हैं, जो हैंडपम्प व घरों के उपयोग के बाद बचे जल को सीधे जमीन संचय करने के अपने उद्देश्य को पूरा कर रहे हैं। ग्राम प्रधान जितेंद्र पासवान के दावे को माने तो विधानसभा चुनाव के कारण काम थोड़ा स्थगित हुआ, अन्यथा नौ सोख्ता गड्ढों को मुकम्मल कर दिया जाता है।

बिछियां कला गांव में बन रहे सोख्ता गड्ढा के बारे में जानकारी देते प्रधान प्रतिनिधि बृजेश पासवान।

दरअसल बिछियां कला गांव में ग्राम पंचायत निधि से नौ स्थानों पर सोख्ता गड्ढा बनाया गया है। यह गड्ढे अधिकांशतः सार्वजनिक हैंडपम्प के समीप बने हैं, जिसमें हैंडपंप पर उपयोग के बाद अतिरिक्त बहने वाले जल को व्यवस्थित ढंग से स्टोर किया जाता है। कुछ ऐसे स्थानों पर भी इसे बनाया गया है, जहां जल निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। इसके निर्माण से ग्रामीणों में प्रथम दृष्टया यहां-वहां खुले में बहने वाले पानी व उसकी निकासी की समस्या से निदान मिला है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत में जल निकासी को लेकर आए दिन होने वाले कई विवाद भी इस योजना के अमल में आते स्थित स्वतः स्थगित हो गए। ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले बिछियां खुर्द स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में स्थापित हैंडपम्प के पास एक सोख्ता गड्ढा का निर्माण कराया गया है, जिसके ऊपरी सतर पर खूबसूरत व आकर्षिक करने वाली कलाकृति भी बनाई गयी है। उक्त सोख्ता गड्ढा एक तरह से वहां मॉडल के रूप में काम कर रहा है, जिसे देखने के बाद लोगों बेकार खूले में बहने वाले जल को भूमिगत करने की इस स्कीम को सराहते नजर आ रहे हैं। प्रधान प्रतिनिधि बृजेश पासवान ने बताया कि सोख्ता गड्ढा की चौड़ाई और गहराई पांच फीट निर्धारित की गयी है, जिससे ईंट से बनाया जाता है। गड्ढे के अंदर कंक्रीट, ईंट के टूकड़े और बालू आदि का इस्तेमाल किया जाता है। अंदर ईंट की दीवारे इस तरह तैयार की गई है जिससे उसमें जाने वाले पानी को मिट्टी पूरी तरह से सोख ले। बताया कि एक गड्ढे को इस तरह डिजाइन किया गया है, जिससे उसमें कम से कम चार घरों के पानी को भूमिगत किया जा सके। इससे खुले में बाहर बहने वाले बेकार पानी को निस्तारित करने की समस्या दूर हो गयी है।

ग्राम प्रधान जितेंद्र पासवान।

इनसेट—-
ग्राम पंचायतों के लिए शानदार स्कीम है सोख्ता गड्ढा
चंदौली। सोख्ता गड्ढा एक ऐसी शानदार स्कीम है जिसके नमूने को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है। यह योजना यदि सही तरीके से जमीन पर उतार दी जाय तो तेजी से गिरते भूमिगत जलस्तर को सुधारा जा सकता है। यह ऐसी स्कीम है जिसके जरिए जमीन से हैंडपम्प व अन्य माध्यमों से निकलने वाले जल को उपयोग के बाद बचे हुए अवशेष को इन सोख्ता गड्ढे के माध्यम से व्यवस्थित तरीके से पुनः जमीन तक पहुंचाया जाय सकता है। बिछियां कला गांव में जगह-जगह बने इन गड्ढों से निश्चित ही बेकार इधर-उधर बहते जल का संचय सीधे जमीन के अंदर होगा, जिससे कुछ हद तक भूमिगत जलस्तर को बेहतर करने में बड़ी मदद मिलेगी।

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