Young Writer, चंदौली। पूर्व जिला पंचायत सदस्य व समाजसेवी मीना सिंह शनिवार को मनराजपुर गांव के दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने मनराजपुर प्रकरण की इकलौती चश्मदीद कन्हैया यादव की छोटी पुत्री गुंजा से मिली। उन्होंने परिवार का दर्द बांटा। साथ ही गुंजा की जुबानी घटनाक्रम की जानकारी ली। घटना को बताते-बताते गुंजा रो पड़ी। ऐसे में मीना सिंह ने उसे संभाला और पूरे परिवार को संबल प्रदान किया। घटना के प्रति दुख जताया। कहा कि बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार को गंभीर होना चाहिए। ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए दोषियों को दंडित किया जाना बेहद जरूरी है।
इसके साथ ही मीना सिंह एक अधिवक्ता होने के नाते उक्त मामले में निःशुल्क विधिक सहयोग देने का भरोसा दिया। साथ ही अपने रोजगार व ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत कन्हैया यादव की पुत्री गुंजा को रोजगार देने की बात कही। कहा कि मनराजपुर की घटना में पुलिस प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन से आमजन का भरोसा उठ गया है। ऐसे में निष्पक्ष जांच एवं त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय सुलभ कराकर खोए हुए भरोसा को फिर से अर्जित करे। आज पूरा जनपद ही नहीं बल्कि प्रदेश पीड़ित कन्हैया यादव के परिवार के साथ है। परिवार को न्याय दिलाने का अंतिम दम तक प्रयास होगा, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो और किसी अन्य परिवार की बेटी पुलिस लापरवाही, चूक व क्रूरता का शिकार ना हो। जिस तरह यूपी के अलग-अलग जिलों में एक के बाद एक महिलाओं से जुड़े जघन्य अपराध हुए हैं वह कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार के मजबूत दावों पर करारा तमाचा है। सरकार को चाहिए कि इन सभी मामलों की उच्च स्तरीय जांच करें और जो भी कर्मचारी व अफसर इसमें संलिप्त पाए जाएं उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करे। साथ ही पीड़ित परिवार को संबल प्रदान करने की पहल करे। क्योंकि परिवार ने पुलिस की एक चूक से बेटी की जान चली गयी, जिसकी क्षतिपूर्ति किसी कीमत पर संभव नहीं है।

