भीषण ठंड में आमजनजीवन अस्त-व्यस्त, लोगों की बढ़ी परेशानी
Young Writer, चंदौली। ठंड, गलन और शीतलहर से इन दिनों आमजनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। नए साल के आगाज के साथ ही मौसम में हुए बदलाव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। चार दिनों के इंतजार के बाद गुरुवार को हल्की धूप हुई। लेकिन शाम होते ही शीतलहर व गलन के कारण लोग कांप उठे। बाजारों में सन्नाटा पसर गया और लोगों ने आग व अलाव तापकर खुद को गर्म रखा। स्थिति यह है कि बीते एक सप्ताह से चल रही सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में दुबकने को विवश कर दिया।
विदित हो कि जनपद में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। ठंड का आलम यह है कि लोग पूरे दिन घरों में कैद होने को विवश हैं। बहुत जरूरी कामकाज होने पर ही लोग खुद को पूरी तरह गर्म कपड़ों से ढककर ही बाहर निकल रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गरीब श्रमिकों व दिहाड़ी मजदूरी कर जीवनयापन करने वाले लोगों की है। कड़ाके की ठंड में प्रशासन द्वारा नगरीय क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने से आमलोगों की परेशानी और बढ़ गयी है। कुछ स्थानों पर ही अलाव जल रहे हैं जबकि बहुत से सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण खासकर राहगीर व भिक्षुकों को ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है। इसके अलावा ना ही प्रशासन की ओर से गरीबों में कंबल का ही वितरण व्यापक पैमाने पर अभी तक हो पाया है। वहीं कस्बा के लोग अपने निजी खर्च से लकड़ी खरीद कर जला रहे और कुछ हद तक सर्दी से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं।