नवरात्रि में सिंकदरपुर रतरांव गांव में हुआ आयोजन
Young Writer, नियामताबाद। नवरात्रि साधना में प्रकृति गत-अनुकूलता की बात जितनी महत्वपूर्ण है उतनी ही उपयोगिता सामूहिक साधना के प्रचलन की भी है। कुछ ऐसा ही नजारा नवरात्र के पांचवे दिन स्थानीय क्षेत्र के सिकंदरपुर (रतरांव) ग्राम सभा में देखने को मिला। जहां सभी ग्रामवासी मिलकर एक स्थान पर बैंठकर पूरे विधि-विधान के साथ देवी मां की पूजा अर्चना कर गांव के सर्वांगीण विकास के लिए प्रार्थना की और आशीर्वाद मांगा।
बताते चलें कि सिकंदरपुर (रतरांव) ग्राम सभा में विगत कई वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है कि एक स्थान पर एकत्रित होकर नवरात्रि में पूरे हर्षाेल्लास के साथ विधि-विधान पूर्वक गांव लोगों को सभी प्रकार के कष्टों से दूर रखने व लोगों की सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए पूजा-अर्चना की जाती है। वही गांव के हरिद्वार प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नवरात्रि में होने वाली इस काली पूजा का विशेष महत्व होता है। यदि यह कार्य सब लोग अलग-अलग बैठकर करें तो आनंद मिलना तो दूर मन लगाना तक कठिन हो जाएगा। लेकिन सामूहिक रूप से पूजा पाठ करने से एक दूसरे के मन में सद्भावना उत्पन्न होती है और देवी मां अत्यधिक प्रसन्न होती हैं। वही इस गांव की विशेष पूजा के अवसर पर पूजा के मुख्य पुजारी दल सिंगार व दहारी ने पूरी विधि-विधान व वैदिक मंत्रों के साथ माता को भोग लगा कर प्रसन्न कर गांव की सुख शांति व समृद्धि के लिए माता से पूजा-अर्चना की। इस दौरान मौके पर महात्मा बिंद, मनोज, बेला, लक्ष्मीना, कमली, लालमणि, हीरावती, यशोदा, मुन्नी, माधुरी, प्रभावती, आशा, पार्वती, प्रभावती, राधिका, अंगना मौजूद रहे।