अमृत सरोवर अभियान के तहत तालाब का सुंदरीकरण कार्य मुकम्मल
Young Writer, इलिया। आजादी के अमृत महोत्सव की धूम इस वक्त पूरे देश में है। इसके तहत विविध कार्यक्रम आजादी के 75वें वर्ष में मनाए जा रहे हैं और कुछ मनाए जाने हैं। 75वें स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त को ग्रामीण अंचलों में भी व्यापक पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित होने हैं जिनकी रूपरेखा जिला प्रशासन ने तय कर रखी है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायतों में सुदृढ़ व सुंदरीकरण योजना से आच्छादित हुए अमृत सरोवारों पर पहली बार तिरंगा शान से फहराता नजर आएगा। इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित ग्राम सभा के प्रधान को दी गयी है। हालांकि अभी भी कई ऐसे अमृत सरोवर ऐसे हैं जो पूर्ण नहीं हो पाए, जबकि कुछ ग्राम प्रधानों ने इस अभियान को पूरी संजीदगी से लिया और तय समय से पहले ही सरोवर को सुंदरीकरण योजना से आच्छादित कर स्वतंत्रता दिवस समारोह के इंतजार में है।
इसी क्रम में शहाबगंज ब्लाक क्षेत्र स्थित खिचली-रजडीहा ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर के सुंदरीकरण का कार्य मुकम्मल हो चुका है। अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 15 अगस्त को होने वाले ध्वजारोहण के साथ ही अन्य कार्यक्रमों की तैयारियों के लिए सरोवर पूरी तरह से तैयार है। यहां सरोवर घाट पर ध्वज फहराने के लिए प्लेटफार्म का निर्माण किया गया है। इसके अलावा तालाब से मिट्टी खुदाई व घाट निर्माण समेत सुंदरीकरण का भी कार्य मुकम्मल हो चुका है। ग्राम प्रधान राम विलास ने बताया कि सरोवर के सुंदरीकरण पर 10.92 लाख रुपये खर्च किए गए है। जिसमें तालाब से मिट्टी खुदाई, रैम्प, सीढ़ी, घाट व झंडारोहण के लिए प्लेटफार्म बनाने का कार्य किया गया। गर्मी के दिनों में ही तालाब की खुदाई का कार्य आरंभ कर दिया गया था। घाट निर्माण व पानी की निकासी के लिए ह्यूम पाइप लगाने का कार्य हुआ। सुंदरीकरण से आच्छादित खिचली गांव स्थित उक्त सरोवर अब सेनानी सुखदेव के नाम से जाना व पहचाना जाएगा। इससे सुदृढ़ होने से छठ व जीवित्पुत्रिका आदि पर्व पर पूजा-पाठ व स्नान करने वाली महिलाओं को सहूलियत होगी। वहीं तालाब के ईद-गिर्द का सुंदर व मनोरम दृश्य भी लोगों के खूब पसंद आ रहा है। पूर्व प्रधान विजय शंकर सिंह ‘बाबिल’ भी सरोवर के सुंदरीकरण व उसे भव्यता प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहे और उन्होंने अपने प्रयासों से ग्राम पंचायत के अतिरिक्त जिला पंचायत व विधायक निधि के धन से तालाब का रिटर्निंग वाल व घाट निर्माण के साथ ही मिट्टी कटान को रोकने की दिशा में कार्य किया, वहीं सिंचाई के लिए तालाब को जल संचयन का केंद्र भी बनाया। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत की जनता की आकांक्षाओं को प्राथमिकता देते हुए कई विकास कार्यों को जमीनी रूप दिया, जिससे आमजन को सीधा लाभ हुआ।