Young Writer, नौगढ़। बच्चों की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने एवं उनकी अभिव्यक्ति को मुखरित करने के उद्देश्य से ग्राम्या संस्थान एवं आशा फॉर एजुकेशन के संयुक्त आयोजन में किया गया। क्षेत्र के लालतापुर गांव स्थित चिराग केंद्र पर दो दिवसीय बाल महोत्सव का आयोजन किया गया महोत्सव का शुभारंभ समाजसेवी एवं संस्थान की निदेशक बिंदु सिंह एवं पूर्व प्रधान नंदू राम के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, बिस्किट दौड़, मेढक दौड़, बोरा दौड, गणित दौड प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, रस्साकशी, रंगोली प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, टाइपिंग प्रतियोगिता, कबड्डी सहित विभिन्न मुद्दों एवं समस्याओं पर जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक, पपेट शो का मंचन हुआ पोस्टर प्रतियोगिता में बच्चों ने चित्रों के माध्यम से बताया कि हमारा समाज कैसा होना चाहिए। इस कार्यक्रम में बच्चों की पीटी और पिरामिड का कार्यक्रम सबसे रोचक रहा। पूर्व ग्राम पंचायत नंदु राम ने कहा कि क्षेत्र के कई गांव के बच्चे हमारे ग्राम पंचायत में आकर अपनी प्रतिभा दिखाई निश्चित तौर पर हम सब के लिए गर्व की बात है और इस तरह के कार्यक्रम से इन बच्चों का मनोबल भी काफी बढ़ेगा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता है वही संस्थान की निदेशक बिंदु सिंह ने कहा कि पिछले कई वर्षों से हमारी कोशिश रही है कि बच्चों के पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान दिया जाए बच्चों के अंदर बहुत सारी प्रतिभाएं होती है लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिल पाता तो यह उनके लिए एक मौका होता है जिसमें अपनी विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन करते हैं तथा स्वच्छ और सभ्य समाज के लिए तैयार होते हैं इस अवसर पर प्रधान प्रतिनिधि अशोक यादव, अजय प्रताप, संस्थान से सुरेंन्द नीतू, श्रीराम, त्रिभुवन, रामविलास, जयप्रकाश, उमेश, सहीत गांव से अभिभावक विभिन्न केंद्रों से आए हुए बच्चे पत्रकार सहित कुल 800 लोगों ने प्रतिभाग किया कार्यक्रम का संचालन शिवानंद एवं मन्नू कुमार ने किया।इनसेट—आज आयोजित होगा रंग वर्षा कार्यक्रमपड़ाव। छोटे बच्चों को उनके प्रतिभा के अनुसार ही उनके रंग में रंग कर निखारना ही बच्चों का उज्जवल भविष्य बनाया जा सकता है उक्त बातें एंबीशन स्कूल की प्रिंसिपल अंजू दुबे ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य के साथ रविवार 27 फरवरी को बसंतोत्सव (रंगों की वर्षा) कार्यक्रम का आयोजन सायं काल तीन बजे किया जाएगा। कोविड-19 के दौरान शिक्षा काफी प्रभावित हुआ है बच्चों को मानसिक रूप से तरोताजा करने के लिए तरह-तरह के विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वही आगे उन्होंने बताया कि एंबिशन स्कूल ने पुरानी शिक्षा पद्धति गुरुकुल और आज का शिक्षा पैटर्न दोनों का संतुलन बैठा कर अभिभावक और बच्चों का काफी ख्याल रखा है जबकि इस बार नये प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा इस मौके पर रवीश कुमार जयंत दास इत्यादि रहे।