Young Writer, कंदवा। स्वास्थ्य उपकेंद्रों, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर मरम्मत व रंग-रोगन के अभाव में खंडहर होते जा रहे है। यह बात दीगर है कि शासन से प्रति वर्ष इन भवनों के मरम्मत व रंगाई-पुताई के मद में अच्छी खासी मोटी रकम प्राप्त होती है, लेकिन उसके बंदरबांट के कारण सरकारी भवनों क्षतिग्रस्त हाल में हैं।
विकास खंड बरहनी मे 35 स्वास्थ्य उपकेंद्र तो 15 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं जिसमें से कुछ वेलनेस सेंटर का तो नवनिर्माण हुआ है लेकिन जो पुराना है उसका व उपकेन्द्रो का रंग रोगन व मरम्मत नहीं हो पा रहा है। विकास खंड बरहनी के तेंदुहान स्थित परिवार कल्याण उपकेंद्र का वर्षों से रंग रोगन नहीं हुआ है वहीं पास में सटे हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का भी कुछ वैसा ही हाल है। यही नहीं स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो टीकाकरण को छोड़ बाकी दिन केंद्रों पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों का आना भी नहीं हो पाता है, जिससे लोगों को आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल पाती है। आरोप है कि केंद्र पर आवश्यक दवाइयां नहीं मिल पाती हैं। जिससे लोगों को बाहर से दवा व इलाज कराना पड़ता है। विद्यार्थी प्रजापति, संजय, गुड्डू, मनोज, सरिता, चिंता, कलावती द्वारा उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है। प्रभारी चिकित्साधिकारी बरहनी शैलेन्द्र का कहना है कि ग्राम प्रधान व स्वास्थ्य विभाग से संबधित खाता मे मरम्मत रंग रोगन के लिए धन आता है ग्राम प्रधान को पहल कर आवश्यक कार्य कराना चाहिए।