बोले, सम्मान के साथ चोरी हुए आभूषण को लौटाए बैंक व पुलिस महकमा
Young Writer, चंदौली। इंडियन बैंक के लाकरों में हुई चोरी का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। पुलिस व बैंक की कार्यवाही से नाखुश लाकरधारियों ने एक बार फिर बैंक शाखा के बाहर धरना दिया। इस दौरान सपा के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव धरने में शामिल होकर लाकरधारियों के आंदोलन में जान फूंक दी। पूर्व सांसद रामकिशुन ने पूरे सम्मान के साथ लाकरधारियों के सभी जेवरात व कीमती वस्तुओं की प्रतिपूर्ति की आवश्यकता जताई। उन्होंने भारत सरकार की ओर से जारी नोट को नजीर दी। कहा कि जिस तरह आरबीआई गवर्नर नोट प्राप्त करने वाले को उतनी रकम देने का वचन देता है। ठीक उसी तरह बैंक के लाकरों में रखे आभूषण व कीमती वस्तुएं बैंक की जिम्मेदारी है, जिसका निर्वहन ठीक ढंग से नहीं हुआ। उन्होंने आंदोलन को अपना समर्थन देने की बात कही और अंतिम दम तक संघर्ष का भी आह्वान किया।
इस दौरान पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि बैंक के लाकरों में सेंधमारी होना अपने आप में कई सारे सवालों को जन्म देता है। यह लापरवाही व सुरक्षा में चूक का मामला है, जिसकी मुकम्मल जांच होनी चाहिए। साथ ही घटना का अभी तक पूर्णतः खुलासा नहीं हो पाना है लाकरधारियों की परेशानी का सबब है। क्योंकि किसी के पुश्तैनी कीमती जेवरात चोरी हुए तो किसी का कीमती अन्य सामान जो उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से लाकर में रखा था चोरी हो गया है। ऐसे में बैंक को चाहिए कि लाकरधारियों का जो भी नुकसान चोरी की घटना में हुआ है उसकी प्रतिपूर्ति करे, वहीं पुलिस महकमे की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह प्रकरण का पूर्णतः खुलासा करे और जो भी सोने-चांदी के जेवरात व कीमती आभूषण चोरी हुए है उसे बरामद कर संबंधित लाकरधारी को सुपुर्द करे, ताकि पुलिसिंग के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत हो। अंत में उन्होंने कहा कि मेरा पूरा जीवन आंदोलन व आम आदमी को समर्पित रहा है और आगे भी रहेगा। लाकरधारियों की समस्या का समाधान हो इसके लिए जो भी प्रयास होगा किया जाएगा। उधर, लाकरधारियों ने मांग किया कि जो भी जेवरात व आभूषण चोरी हुए हैं उसे उन्हें सौंपा जाए। ऐसा नहीं होता है तो वह धरना-प्रदर्शन व आंदोलन को जारी रखेंगे। इस अवसर पर रेखा सिंह, विजय तिवारी, सुदर्शन सिंह, रमाकांत सिंह, रौशन यादव ट्ल्लिू, विनोद कुमार आदि उपस्थित रहे।