किसानों ने केंद्र प्रदेश सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
Young Writer, चंदौली। भारतीय किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान सभा सहित तमाम किसान संगठनों ने सोमवार को बिछियां स्थित धरनास्थल पर विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। किसान संगठनों ने सरकार के प्रति नाराजगी जताई और अंत में जुलूस निकालकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार किसानों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है। जनपद के वनवासियों के साथ पूरी तरह से अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है जो यह अनुचित है।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता और संयुक्त किसाम मोर्चा, उत्तर प्रदेश के सदस्य मणिदेव चतुर्वेदी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के आश्वासन पर भरोसा कर दिल्ली बॉर्डर से अपने मोर्चे उठाने का ऐलान किया। इसके बाद से सरकार अपने वादों से मुकर गयी है। साथ ही सरकार किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम भी कर रही है। इसलिए पूरे देश के किसानों ने 31 जनवरी 2022 को विश्वासघात दिवस मनाया था और हर जिले से ज्ञापन भेजा था। किसानों को अफसोस है कि उस ज्ञापन से अब तक हालात में विशेष बदलाव नहीं हुआ है, बल्कि स्थिति और बिगड़ी है। इस दौरान राजेश सिंह, हाकिम खान, सुरेंद्र यादव, दशरथ राम, जीउत वनबासी, गोविंद वनबासी, रामबाबू वनबासी, लालमन चौहान, छोटू चौहान, इंद्रजीत मिश्रा, जितेंद्र प्रताप तिवारी, सतीश सिंह, चौहान, रंकज सिंह, गोपाल सिंह, मनोज यादव, अनिल पासवान, रामअवध सिंह उपस्थित थे।फोटो-05
चकिया में सरकार के खिलाफ आंदोलित किसान।
एमएसपी के मुद्दे पर सरकार कर रही वादा खिलाफी
चकिया। एमएसपी पर कानूनी गारंटी के लिए समिति बनवाने और लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर सोमवार की दोपहर संयुक्त किसान मोर्चा ने नगर में जुलूस निकालकर गांधी पार्क में सभा की। सभा में वक्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
इस वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि लागत में कम्पनियों के खाद,बीज,कृषि औजार, मशीनों के मूल्य को भी न्यूनतम करना चाहिएद्य देश भूख सूचकांक में लागतार पीछे जा रहा है ,कुपोषण के मामलें में भी ऐसा ही हाल है ऐसे में गरीब-भूमिहीन किसानों, मजदूरों के लिए श्संतुलित आहार गारंटी कानूनश् की मांग को भी मजबूती से उठाने की जरूरत है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चकिया में आक्रोश धरना में अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष परमानन्द कुशवाहा, सुखदेव मिश्रा, मजदूर किसान मोर्चा राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय, किसान नेता लालचंद यादव, शम्भू नाथ यादव, राजेन्द्र यादव, रामनिवास पाण्डेय, शिवमुरत राम, भृगनाथ विश्वकर्मा, सिपाही चौहान, बजरंगी चौहान, धरम सिंह,सहित दर्जनों किसान शामिल रहे।