Young Writer, शहाबगंज। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलायी जा रही 108 एम्बुलेंस सेवाएं धक्का प्लेट है। जिसका परिणाम है की कभी भी समय पर गाड़ी गांवों में पहुंच पाती। वहीं जर्जर हाल इस व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश ब्याप्त है। आमजन की सुविधा के लिए पीपी माडल पर एम्बुलेंस सेवा 102, 108 चलायी जा रही है। जिसका उद्देश्य था कि दूर दराज के गांवों में निवास करने वाले लोग किसी महिला, पुरुष के बिमार होने पर या गर्भवती महिला को स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचने में मदद मिलेगी। इस योजना के शुरू होने से ग्रामीणों को काफी सुविधा मिलने लगी, लेकिन धीरे-धीरे इस योजना में भी दीमक लगना शुरू हो गया। मरम्मत व देखभाल के अभाव में गाड़ियां खटारा के श्रेणी में आ गयी है। जो आए दिन यहां वहां बंद हो जाती है, जिसको धक्का देकर स्टार्ट करना पड़ता है। इस तरह का नजारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आये दिन देखने को मिलता है। रविवार की शाम को भी गाड़ी के ड्राइवर वाहन को धक्का देकर स्टार्ट कर रहे थे जिसका नतीजा होता है कि इमरजेंसी सेवा के दौरान एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाती। ग्रामीणों ने ऐसे खटारा वाहनों को तत्काल हटाकर नये वाहनों को लगाने की मांग प्रशासन से किया, जिससे लोगों को सुविधा मिल सकें।