पुलिस कार्यवाही के बाद से फरार चल रहा है चोरों के गिरोह का सरगना
Young Writer, चंदौली। सदर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की रात लीलापुर रेलवे फाटक के पास चोरी के 100 कुंतल धान के साथ छह अभियुक्तों को धर-दबोचा। पुलिस ने दो ट्रैक्टर-ट्राली पर लदा करीब दो लाख 10 हजार रुपये चोरी किया गया धान व नकद 17365 रुपये बरामद किया है। हालांकि चोरों का गैंग लीडर अभी भी फरार चल रहा है।
इस बाबत एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि विगत कुछ दिनों से माधोपुर स्थित नवीन मण्डी में किसानों के धान मण्डी से तौल के पूर्व ही लगातार धान चोरी की सूचना मिल रही थी। इस घटना से किसानो में काफी आक्रोश व्याप्त हुआ तो मण्डी सचिव द्वारा भी जांच हेतु प्रार्थना-पत्र देकर अवगत कराया। इसके बाद क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में अज्ञात चोरों की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह के नेतृत्य में रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे लीलापुर रेलवे क्रासिंग के पास दो ट्रैक्टर पर लदे 100.04 कुंतल चोरी के धान को बरामद किया।
इसके अलावा मौके से पकड़े गए विकास गुप्ता पुत्र सुभाष गुप्ता निवासी ग्राम हिनौली थाना व जिला चंदौली राकेश कुमार पुत्र जंग बहादुर निवासी ग्राम हिनौती, मोनू गुप्ता पुत्र राजू गुप्ता निवासी ग्राम हिनौती, जय प्रकाश पुत्र विनोद पासवान निवासी ग्राम फुटिया, गुलाब गुप्ता पुत्र हजारी गुप्ता निवासी हिनौती तथा टीपू अली पुत्र अली शेर निवासी ठेकहा को गिरफ्तार कर उनके पास से 17365 रुपये नकद बरादम किया। फरार चल रहे आकाश गुप्ता पुत्र सुभाष गुप्ता निवासी ग्राम हिनौती की चंदौली पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गए चोरों को कोतवाली लाने के बाद पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर आगे की कार्यवाही में जुट गयी है। पूछताछ में चोरों ने बताया कि आकाश गुप्ता की मण्डी के सामने धान खरीदने की दुकान है। हम सभी आकाश गुप्ता के साथ मण्डी परिसर के अन्दर जाकर पल्लेदार बनकर घूमते रहते हैं और किसानों व सरकारी खरीद का धान दो-दो, चार-चार बोरी में चोरी करके एक स्थान एकत्रित करते थे।
बताया गया कि आकाश गुप्ता उनका लीडर है और उसी के नेतृत्व में नवीन मण्डी में किसानों का चोरी करते और जब एफसीआई की गाड़ी लोड होकर बाहर निकलने लगती है तो एफसीआई की गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के साथ मिलकर चोरी का बोरा माल ट्रक में लादकर मंडी के बाहर लाते है और धर्म काटा तौल के पहले ही रास्ते में माल को उतार कर ट्रैक्टर व पिकअप में लादकर बिहार में बेच देते थे। इससे जो मुनाफा होता था उसे आपस में बांट लेते थे। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, अखण्ड प्रताप सिंह, सत्येन्द्र कुमार पटेल, रामनक्षत्र, सरोज यादव, ओमप्रकाश यादव आदि शामिल रहे।