पीड़ित विवाहिता ने बीडीओ को प्रार्थनापत्र देकर लगायी न्याय की फरियाद
Young Writer, शहाबगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लाभार्थी चयन पर बड़े पैमाने पर लापरवाही बरती जा रही है। जनपद में लापरवाही का आलम यह है कि ब्लाक स्तर पर आयोजित होने वाले इस अतिमहत्वाकांक्षी योजना के तहत लाभार्थियों के चयन में तय मानकों व नियमावली की खुलेआम अनदेखी हो रही है। इसका खुलासा शहाबगंज ब्लाक मुख्यालय पर गुरुवार को उस वक्त हुआ, जब खरौझा निवासी विवाहिता अपनी फरियाद लेकर बीडीओ दिनेश सिंह से मिली।
विवाहिता ने बीडीओ को दिए शिकायती प्रार्थना-पत्र में यह शिकायत दर्ज कराई कि उसकी शादी मूसाखांड निवासी लक्ष्मण पुत्री मुन्नू के साथ वर्ष 2020 में हुई थी। बावजूद इसके उसके पति लक्ष्मण ने बीते 17 जून को शहाबगंज ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह हो योजना के तहत आयोजित समारोह में फिर से सात फेरे लिए। विवाहिता ने यह भी बताया कि उसके पति ने जिसके साथ सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दूसरी शादी रचाई वह लड़की नाबालिग है और उसकी उम्र 18 वर्ष से कम है। पीड़िता ने उक्त प्रकरण की जांच कर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना लाभार्थियो को दिए जाने वाले अनुदान राशि का लाभ गलत तरीके से लेने एवं सरकारी धन को फर्जी ढंग से भुगतान कराने के मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। विवाहिता की शिकायत से जहां बीडीओ दिनेश सिंह के होश उड़ गए, वहीं जिम्मेदार ब्लाक कर्मियों में हड़कंप की स्थिति रही। फिलहाल इस प्रकरण में जिम्मेदार जन कुछ भी स्पष्ट कहने की स्थिति में नजर नहीं आए। बीडीओ दिनेश सिंह ने कहां कि प्रार्थना पत्र मिला है। जांच कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी।