चकिया कोतवाली पुलिस ने कराया शव का अंतिम संस्कार
Young Writer, चकिया। कोतवाली क्षेत्र के मुशाहिबपुर गांव में शनिवार की दोपहर 65 वर्षीय वनवासी वृद्धा तेतरा देवी की मौत के बाद उसके बीमा की धनराशि की मांग करते हुए परिजनो ने उपजिलाधिकारी आवास परिसर के बाहर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि गांव के ही दो व्यक्तियों द्वारा पीएसीएल कंपनी में तेतरा देवी व उनके पति का बीमा कराया था लेकिन अब तक बीमा की धनराशि को नहीं दिया जा रहा है। सूचना प

र मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज हरिकेश सिंह ने आर्थिक मदद करते हुए साधन की व्यवस्था करा कर अंतिम संस्कार कराया जो नगर में चर्चा का विषय बना रहा बना रहा।
मुशाहिबपुर गांव में बीते वर्षों में गांव निवासी रामधनी यादव और किस्मत बिंद ने वनवासी समुदाय के दर्जनों लोगों का एक प्राइवेट कंपनी पीएसीएल में सुरक्षा बीमा कराया था। शनिवार की सुबह वनवासी महिला तेतरा देवी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मृतक तेतरा के परिजनों ने आरोप लगाया कि बीमा कराने वाले मीडिएटर और पीएसीएल कंपनी से मौत के बाद मिलने वाली बीमा की धनराशि की कार्यवाही करने की बात कही गई तो उन्हें बैरंग वापस लौटा दिया गया इसी तरह जब तेतरा देवी के पति श्याम नारायण के मृत्यु के बाद भी उनका बीमा का पैसा मांगा गया तो उन्होंने भगा दिया था। प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने वनवासियों को आर्थिक मदद करने के साथ ही शव को अंत्येष्टि के लिए ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था करके किसी तरह प्रदर्शन समाप्त करायाद्य पुलिस ने मामले की जानकारी उपजिलाधिकारी को दी जिस पर उपजिलाधिकारी ने सोमवार को मामले से जुड़े प्रार्थना पत्र के साथ कार्यालय में उपस्थित होने की बात कही। प्रदर्शन करने वालों में मृतका के पुत्र विनोद, चंद्रशेखर, छोटू, पुत्री गीता, लक्ष्मीना, उर्मिला, शनिचरा, भाई जामुन दामाद सुक्खू सहित तमाम वनवासी मौजूद रहे।