सीएमओ व सीएमएस ने की सार्थक पहल, चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा की बहाल
Young Writer, चंदौली। पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने शनिवार को सीएमओ डा.युगल किशोर राय और सीएमएस डा.उर्मिला सिंह के आश्वासन पर हड़ताल वापस ले ली है। शनिवार की सुबह हड़ताल के कारण तीन घंटे तक ओपीडी सेवा बंद रही, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। साथ ही चेताया कि अगर चिकित्सकों की मांगों को अनसुना किया गया तो सोमवार से चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, इसकी सारी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
चंदौली स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर व कर्मचारियों के साथ गुरुवार को सड़क दुर्घटना में घायल माटीगांव निवासी रविंद्र त्रिपाठी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने जिला अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया और आकस्मिक चिकित्सा वार्ड में तैनात चिकित्सक और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे। चिकित्सकों संग गाली-गलौज का वीडियो वायरल होते ही जनपद के चिकित्सकों में आक्रोश व्याप्त हो गया। नाराज चिकित्सकों ने मांग किया कि इमरजेंसी चिकित्सक व कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जाए। लेकिन पुलिस द्वारा मुकदमा पंजीकृत नहीं किया जाने से शुक्रवार को भी चिकित्सकों ने हड़ताल कर एसपी से मुलाकात की। उन्हें ज्ञापन शॉप पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। एसपी की पहल पर देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया, लेकिन प्राथमिकी दर्ज की कॉपी ना मिलने से नाराज चिकित्सकों ने शनिवार को भी ओपीडी कार्य का बहिष्कार किया और मांग किया कि तत्काल मुकदमा पंजीकृत इसकी प्रति उपलब्ध कराई जाए। जिला अस्पताल में हड़ताल के कारण ओपीडी का कार्य 3 घंटे तक प्रभावित रहा, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसकी जानकारी सीएमओ डा.युगल किशोर राय को हुई तो जिला अस्पताल पहुंच गए। जहां पर उन्होंने सीएमएस डॉ उर्मिला सिंह व चिकित्सकों से वार्ता की। कहा कि जनहित को देखते हुए ओपीडी का कार्य सुचारू रूप से संचालित करें ताकि मरीजों को कोई परेशानी ना होने पाए आपकी मांगों पर विचार किया जाएगा। सीएमओ और सीएमएस की पहल पर चिकित्सकों ने हड़ताल वापस ले ली और अपने काम पर लौट गए इसके बाद ओपीडी सुचारू रूप से संचालित होने लग लगी, लेकिन चिकित्सकों ने चेताया कि अगर 48 घंटे के अंदर उचित कार्यवाही नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन के लिए चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। इस दौरान डा.अनिल सुमन, डा. आरके वर्मा, डा.अजय वर्मा, डा.एके सिंह, डा.एनके सिंह सहित तमाम चिकित्सक उपस्थित रहे।