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Friday, October 17, 2025

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Ayushman Bharat Yojana से मजदूर डब्लू को मिला नया जीवन

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हरिओम अस्पताल में Ayushman Bharat Yojana के तहत निःशुल्क आपरेशन कराकर स्वस्थ हुए डब्लू

दुर्घटना के बाद पैसे के अभाव में हो पा रहा था ईलाज

Young Writer, चंदौली। सरकार के आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) से लोगों को नया जीवन मिल रहा है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को इस योजना में सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी इलाज की सहूलियत मिल रही है। योजना में बीपीएल परिवारों को भी पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा प्राप्त की गई है। इस योजना से जो लोग महंगा इलाज कराकर ठीक हो चुके है, उनके परिवारों ने सरकार के प्रति आभार जताया है।

आयुष्मान भारत योजना नोडल अधिकारी डॉ अमित दुबे ने बताया कि चंदौली निवासी 28 वर्षीय डब्लू मजदूरी करते हैं। डब्लू का बीते 18 जून को एक्सीडेंट हुआ था जिसमें उन्हें पेट के नीचे के हिस्से में चोट लगी। जिस कारण पेट में तेज दर्द और पेशाब होना बंद हो गया। निजी अस्पताल में हुए ऑपरेशन पर लगभग एक लाख का खर्च आने के कारण उपचार नहीं करा पाए। धन अभाव के कारण जो इलाज और ऑपरेशन 48 घंटे के अंदर हो जाना चाहिए था, वह नहीं हो पाया। डब्लू का पैसे के अभाव से इलाज नहीं हो पा रहा था। ऐसे में निजी अस्पताल में ही मौजूद व्यक्ति ने बताया कि हरिओम अस्पताल में आयुष्मान योजना कार्ड से निशुल्क इलाज किया जाता है। डब्लू 27 जुलाई अस्पताल में गए और आयुष्मान कार्ड योजना के तहत अपना ईलाज कराया और आज वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। बताया कि उन्हें इलाज, जांच की पूरी सुविधा दी गयी। अगर मेरे पास आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो यह सब इलाज कराने में कम से कम एक लाख लगते और गरीबी के कारण इलाज भी नहीं करा पाते।

Young Writer: Dr. Vivek
Dr. Vivek Singh

हरिओम अस्पताल के डॉ विवेक सिंह ने बताते है कि मरीज डब्लू की तुरंत जांच कराई गयी। जिसमें पता चला कि उनके पेशाब का रास्ता बंद था और अल्ट्रासाउंड हुआ जिसमें पित्त की थैली में पथरी निकली। मरीज को पेशाब करने की वैकल्पिक व्यवस्था की, जिसमें पेट के मार्ग से पेशाब का रास्ता बना दिया और पित्त की थैली का ऑपरेशन किया गया। पेशाब के रास्ते में रुकावट की जो समस्या थी उसके ऑपरेशन के लिए दो महीने का समय दिया गया और 27 सितम्बर को उनका सफल ऑपरेशन हुआ।
आयुष्मान योजना के जिला ग्रिवान्स मैनेजर अभिनव श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में अब तक कुल 321000 कार्ड बनाए गए है। जिसमें अब तक कुल 27500 को इलाज की सुविधा दी गयी। साथ ही अब तक लगभग 30 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य गरीब एवं असहाय परिवारों पर बीमारियों पर होने वाले खर्चे का आर्थिक बोझ कम एवं गुणवत्ता पूर्वक इलाज समय पर उपलब्ध कराना है।

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