Young Writer, Chandauli News: योग लोगों को निरोग बनाने में मदद करता है। यह शरीर की ताकत को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही तनाव और चिंता को कम करने में भी मददगर साबित होता है। शरीर को बीमारियों से बचाने और इम्यूनिटी बढ़ाने का भी काम करता है। योग के इसी महत्व को देखते हुए और जनजागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से वर्ष 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जाता है, ताकि इसके प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वाईके राय ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष भी 21 जून मंगलवार को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जायेगा, जिसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। बताया कि योग दिवस के उपलक्ष्य में 14 से 20 जून तक जिले में ‘अमृत योग सप्ताह’ का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों को योग के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें योगाभ्यास कराया गया। जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीएम) सुधीर राय ने बताया कि जिले में कुल 179 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। इनमें 15 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में योग प्रशिक्षिकों द्वारा योग सिखाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने लोगों को सेहतमंद बनाने के लिए चिकित्सा के साथ ही योग के लिए भी जागरू करने के निर्देश दिये हैं। इसके तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में योग की पाठशालाएं लगाई जा रही है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर-ब्लॉक चकिया की योग प्रशिक्षक प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि रोजाना सुबह एक घंटे लोगों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में योग पाठशाला लगायी तजा रही है। जिसमें क्षेत्र के लोगों को योगाभ्यास कराया जाता है। इसमें प्रति दिन 20 से 30 लोग योग सीखने आते हैं। उन्होंने बताया कि ‘अमृत योग सप्ताह’ के 3 दिनों में उन्होंने लगभग 1000 लोगों को योग का प्रशिक्षण दिया। उन्हें सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, ताड़ासन, गोमुखासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, सर्वांगासन आदि सिखाया गया। अभ्यास सुबह या शाम खाली पेट किया जाता है। लोग इसमें बढ-चढ़ कर हिस्सा ले रहें हैं। उन्होंने बताया कि ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ हमें योग के महत्व के प्रति जागरूक करता है। योग से मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से शरीर स्वस्थ रहता है। योग का सत्र गर्दन, कंधे, पीठ और कूल्हों में तनाव को कम करने में मदद करता है। शरीर में चुस्ती-फूर्ती आती है, योग से बीमारियां दूर होती हैं, साथ ही शुगर बीपी भी कंट्रोल रहता है। गर्भावस्था में भी योग करना लाभदायक होता है।
योग के सम्बन्ध में जरूरी बातें
चंदौली। मासिक धर्म के दौरान योगासन नहीं करना चाहिए। प्रशिक्षित योग शिक्षक के सानिध्य में ही योग करना उत्तम रहता है। योगाभ्यास के बाद पर्याप्त नींद और पौष्टिक आहार लेना आवश्यक। योगाभ्यास करने वाले व्यक्ति को नशा नहीं करना चाहिए। किसी आसन को करने से शरीर में तकलीफ हो तो प्रशिक्षक से सलाह लें। योगासन किसी भी उम्र के स्त्री या पुरुष कर सकते हैं। नियमित योगाभ्यास करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। योग करने वालों का रक्तचाप व हृदय गति में सुधार होता है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है। योगासन से रक्त शुद्ध होता हैं, मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है। योगासन शारीरिक स्वास्थ्य के लिए वरदान है।

धानापुर। स्थानीय ब्लाक परिसर में सोमवार को योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान योग प्रशिक्षक प्रज्ञा मिश्रा द्वारा योग के विभिन्न मुद्राओं के द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को व्यायाम का अभ्यास कराया गया। ब्लाक प्रमुख अजय सिंह इस दौरान उपस्थित लोगों से बताया कि आज के भाग दौड़ की जिंदगी में हमारे लिए योग का कितना महत्व है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मनुष्य के लिए योग बहुत ही सरल और आवश्यक है। योग से खुद को निरोग रख सकते हैं। इस दौरान खंड विकास अधिकारी अरविन्द कुमार सिंह, अनिल राय, राजेश सिंह, विमल सिंह, दयाल सरन श्रीवास्तव सहित विकास खण्ड के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी, शिक्षक उपस्थित रहे। इस मौके पर नोडल अधिकारी डा.अनुभव एवं डा.उषा गुप्ता उपस्थित थी।
योग दिवसः गांव के 2553 ग्रामीणों ने किया योगाभ्यास
चंदौली। आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सोमवार को जनपद में संचालित राजकीय होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में योग शिविर का आयोजन किया गया। इसमें कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ आस-पास के गांवों के 2553 ग्रामीणों ने योगाभ्यास किया।
इस दौरान होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी व कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा इंदूरानी विश्वकर्मा ने कहा कि योग से ही व्यक्ति निरोग रह सकता है। ऐसे में सभी को नियमित योग करने की जरूरत है। स्वयं के साथ दूसरों को भी योग के प्रति जागरूक करें, ताकि लोग स्वस्थ रह सकें। शिविर में सैकड़ों महिला व पुरुषों ने भाग लिया। आयुर्वेद के 1693 लोगों ने योगासन किया, इसमें 958 पुरुष 468 महिला और 267 बच्चे शामिल हैं। वही होम्योपैथ के 860 लोगों ने योगासन किया। इसमें 410 पुरुष 300 महिला 150 बच्चे शामिल हैं।