बेहतर स्वास्थ्य व पोषण के साथ परिवार नियोजन के लिए मिला परामर्श
Young Writer, Chandauli News: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (pmsma) दिवस का आयोजन सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर किया गया। इस दौरान जिले में 1147 गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की गई, जिनमें से 115 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के लिए चिन्हित की गई।
नोडल अधिकारी डा.आरबी शरण ने बताया कि हर माह की नौ तारीख को मनाया जाने वाला पीएमएसएमए दिवस है। इस दिवस पर पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ दिया गया। इस मौके संस्थागत प्रसव सुविधा, परिवार नियोजन की सेवाओं के साथ पोषण के प्रति जागरूक किया गया। (एसीएमओ) डा. आरबी शरण ने कहा कि इस दिवस पर हर गर्भवती अपने प्रसव तक हर महीने की 9 तारीख को अपने घर के पास के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क जांच और इलाज करा सकती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए जिले के किसी भी अस्पताल में पंजीकरण करा सकती हैं। गर्भवती को स्वास्थ्य सुविधाएं केवल शहर में ही नहीं बल्कि गांव में भी हर सुविधा दी जा रही है। इस योजना का लाभ गर्भावस्था से लेकर प्रसव पश्चात जच्चा-बच्चा की सुरक्षा के लिए भी दिया जा रहा है। जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता मनोज कुमार ने बताया कि गर्भवती के खतरे के लक्षण जैसे गर्भवस्था के दौरान तेज बुखार, त्वचा का पीलापन, हाथ, पैरों व चेहरे पर सूजन, दौरे पड़ना, उच्च रक्तचाप, तेज सिरदर्द व धुंधला दिखना, योनि से रक्तश्राव होना इत्यादि हैं। यदि कोई भी जोखिम वाली स्थिति की संभावना हो तो उससे बचाने के लिए समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके और जच्चा व बच्चा की जान को समय रहते बचाया जा सके। उन्होने बताया कि जिले में 1147 गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की गई, जिनमें से 115 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) में चिन्हित की गई।