समस्या के निदान के लिए नहीं हो रही प्रभावी पहल
Young Writer, चंदौली। जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या दिन प्रतिदिन गंभीर रूप लेती जा रही है। गत दिनों एनएचआई अधिकारियों ने नेशनल हाईवे के किनारे लगे ठेले खोमचे हटवाया तो लगा कि जाम की समस्या से कुछ हद तक राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस भीषण चिलचिलाती धूप में स्थानीय लोग, राहगीर, महिलाएं व बच्चे घंटों भीषण जाम में फंसकर हलकान हो रहे हैं। ज्यादातर परेशानी स्कूल के छोटे बच्चों को हो रही है जो सर्विस रोड की जाम में फंसकर चिलचिलाती धूप में वाहन के अंदर ही उबल जा रहे है। बावजूद इसके इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। स्थिति यह है कि आज भी सड़क किनारे बेतरतीब ठंग से वाहन व ठेला-खुमचा लगाया जा रहा है।
विदित हो कि जिला मुख्यालय पर प्रशासन की लापरवाही के कारण प्रचंड धूप में नगरवासियों को रोजाना भीषण जाम के झाम से जूझना पड़ रहा है। नगर का ऐसा कोई तिराहा, बाजार और सड़क नहीं है जहां पर प्रतिदिन जाम की स्थिति पैदा न होती हो। सड़कों पर लगे अवैध अतिक्रमण से जहां सड़कों का दायरा तेजी से कम होता जा रही है, जिससे आए दिन जाम की समस्या उत्पन्न हो जा रही है। लोगों की माने तो बेतरतीब खड़े वाहन जाम का मुख्य कारण बन रहे थे। जिसके कारण बाजारों एवं सड़कों पर रोजाना जाम लगने से नगरवासियों को तीखी धूप में पसीने-पसीने होना पड़ रहा है। जाम लगने से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों व बीमारजनों को हो रही है। सोमवार को सड़क किनारे बेतरतीब खड़े वाहनों ने भी खासा परेशान किया। नगर के गंगा रोड से लगाकर सदर ब्लाक तक छोटी बड़ी वाहनों का कतार लगा रहा जिसके कारण राहगीर व स्कूल के बच्चे कड़ी धूप में परेशान होते नजर आए। लोगों ने कहा कि बीते कुछ दिन पहले एनएचएआई की टीम द्वारा नगर में लगाने वाले जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए सड़क पर लगे ठेले खुमचे हटा कर महज खानापूर्ति किया गया है अभी भी नगरवासियों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिला है।