भदलपुरा गांव के पास लबे सड़क तारों के सहारे झूल रहा विद्युत पोल
Young Writer, चंदौली। विद्युत आपूर्ति निर्वाध रहे इसके लिए जनपद के कोने-कोने में विद्युत पोल व तार का नेटवर्क फैला हुआ है। लेकिन यह नेटवर्क कई हिस्सों में ध्वस्त व जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ा है। ऐसा इसलिए क्योंकि विभाग इनके रखरखाव व मरम्मत को लेकर बेपरवाह है। स्थानीय ग्रामीणों के आरोप को पुष्ट माना जाए तो बिजली विभाग अपनी फजीहत कराने व बड़े हादसे में लोगों की जान गंवाने का इंतजार करता है। यदि विभाग के लिए टूटे हुए विद्युत पोल व तार की मरम्मत के प्रति गंभीर हो तो कई हादसे होने से बच जाए, लेकिन विभागीय लापरवाही दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसका ज्वलंत उदाहरण है चंदौली-धरौली मार्ग किनारे भदलपुरा गांव के पास हवा में झूलता विद्युत पोल।
स्थानीय ग्रामीणों की मुताबिक बीते एक पखावारा पूर्व किसी अज्ञात वाहन की टक्कर में सीमेंट व कंक्रीट से तैयार किया गया विद्युत पोल टूट गया। फिलहाल उक्त पोल उन तारों के सहारे लटका है, जिन्हें सहारा देने के लिए उक्त विद्युत पोल को वहां स्थापित किया गया है। पुल के टूटने व उसके हवा में झुलती अवस्था की जानकारी विभागीय अभियंताओं की है, लेकिन वह इसे बदलने की बजाय शिथिल पड़े हुए हैं जिससे विद्युत पोल कभी भी तार समेत जमींदोज हो सकता है। ऐसा होने पर उनके पास स्थापित दो अन्य पोल जर्जर हो जाएंगे। साथ ही विद्युत करंट से किसी के हताहत होने की भी आशंका है। इसके साथ ही विद्युत पोल गिरा तो उक्त इलाके की बिजली भी गुल होनी तय है। इस बाबत जिला पंचायत सदस्य रमेश यादव का कहना है कि बिजली का खम्भा पूरी तरह से टूटकर हवा में झूल रहा है। उक्त विद्युत पोल लबे सड़क है। ऐसे में दुर्घटना होने और उसमें लोगों के हताहत होने की आशंकाएं प्रबल है। लिहाजा बिजली विभाग को फौरन हवा में झूल रहे विद्युत पोल को बदला जाता चाहिए। बताया कि इस बाबत जब विभागीय जेई से बात की गयी तो उन्होंने समस्या के संज्ञान में होने की बात कही, लेकिन उक्त पोल को बदलना भूल गए है। फिलहाल सबसे अधिक खतरा पास में सड़क किनोर झुग्गी-झुपड़ियों में निवासरत गरीबों को है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए उक्त विद्युत पोल को तत्काल बदला जाना जन सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है।