Young Writer, चहनियां। धान की सूखती हुई फसल की सिंचाई के लिए पानी के लिए परेशान टांडाकला के किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार और नलकूप विभाग के खिलाफ नारेबाजी किया। इस दौरान किसानों का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया था। महज चार दिन में ही दूसरी बार मोटर जलने से किसान नाराज थे।
बताते हैं कि टांडाकला गांव के पूर्वाेत्तर छोर पर करीब 70 के दशक में निर्मित नलकूप ही उस क्षेत्र में सिंचाई का एक मात्र साधन है। जिसकी मोटर बीते 2 मार्च को जल गया था। करीब चार महिने इन्तजार के बाद एक पखवाड़े पूर्व ही बनकर आयी और चार दिन चलने के बाद फिर जल गयी। जिसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से करने के बाद भी कोई सुनवाई न होते देख किसानों ने नलकूप पर प्रदर्शन करके सरकार और विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे टांडाकला के पूर्व प्रधान पति रामकिशुन सिंह ने कहा कि एक तरफ बारिश की कमी तो दूसरी तरफ नलकूप विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैये से किसी तरह रोपी गई धान की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गयी है। एक तरफ सरकार किसानों को अन्नदाता कहकर पुकार रही है और आय बढाने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारी कर्मचारी किसानों की बात भी सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में किसान धरना प्रदर्शन के अलावा क्या कर सकते है। वहीं जेई सौरभ गुप्ता ने इस सम्बन्ध में कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है। मोटर ठीक कराने की व्यवस्था जल्द ही होगी। प्रदर्शन करने वालों में शिवबचन प्रजापति, राममूरत, श्याम प्यारे, रामा, नन्द किशोर, हीरामन, राजन सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।