Young Writer, चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के फूलपुर में गत एक वर्ष से संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेडकर की खंडित प्रतिमा नहीं बदली गयी, जिसे लेकर एक वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन भी किया था, लेकिन अश्वासन के बाद भी खंडित प्रतिमा नहीं बदली गयी। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
बताते हैं कि फूलपुर गांव में 6 वर्ष पूर्व संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर मूर्ति की स्थापना धूमधाम से हुई। उक्त स्थान पर हर वर्ष अंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाया जाता है। पिछले वर्ष रविदास जयंती के पश्चात अंबेडकर प्रतिमा को किसी अराजक तत्व ने खंडित कर दिया। जब ग्रामीणों ने अम्बेडकर प्रतिमा को खंडित देखा तो धरना प्रदर्शन भी किया था। उस वक्त मौके पर पहुंची पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी खंडित मूर्ति को बदला नहीं गया। संविधान निर्माता अंबेडकर पर राजनीति करने वाले भी चुप्पी साध लिए। प्रतिमा का हाथ इस कदर टूटा है कि इसमें गलती किसकी मानी जाय। ग्रामीणों का कहना है कि हर वर्ष अंबेडकर जयंती पर संविधान निर्माता का जयंती धूमधाम से मनायी जाती है। खंडित मूर्ति का जयंती धूमधाम से कैसे मनाया जाय। यह कैसी विडम्बना है कि अंबेडकर मूर्ति एक वर्ष से खंडित होने के बाद भी बदलने की जरूरत नहीं समझी गयी। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि संविधान निर्माता डा.भीमराव अम्बेडकर पर राजनीति बर्दाश्त नही की जाएगी। यदि जल्द संविधान निर्माता की खंडित मूर्ति नही बदली गयी तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे।