- पूर्व सांसद रामकिशुन यादव व मनोज सिंह डब्लू ने पुलिस लाइन में एसपी से की मुलाकात
Young Writer, चंदौली। लक्ष्मणगढ़ के समीप हुए संघर्ष के बाद सपाइयों की गिरफ्तारी से आहत पूर्व सांसद रामकिशुन व सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू ने मंगलवार को पुलिस लाइन पहुंचकर एसपी अंकुर अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हुए संघर्ष जुड़े तथ्यों को विस्तारपूर्वक एसपी के समक्ष रखा। साथ ही सपा कार्यकर्ताओं व नेताओं को गलत करार दिया। मांग किया कि तत्काल सपाइयों की गिरफ्तारी रोकी जाए, ताकि जनपद में लोकतांत्रिक मुद्दों को लेकर मुखर हुए सपाइयों का दमन व पुलिसिया उत्पीड़न न होने पाए।
इस दौरान पूर्व रामकिशुन यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का आंदोलन धान खरीद, खाद की उपलब्धता के साथ ही बेहतर सड़कों की मांग को लेकर था। लेकिन ऐसे लोकतांत्रिक संघर्ष को पुलिस ने अपनी लाठी से दूसरा रंग-रूप देने का काम किया है। आरोप लगाया कि पुलिस का यह कार्य सत्ता पक्ष के इशारे पर किया गया, ताकि जनता का ध्यान धान खरीद, बकाए का भुगतान व खाद की उपलब्धता जैसी महत्वपूर्ण व बुनियादी सवालों से हटाया जा सकता। कहा कि सपाईयों का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू ने कहा कि रामगढ़ में यदि कुछ भी गलत हुआ तो उसके लिए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है। क्योंकि समाजवादी पार्टी ने पहले ही अपने चहनियां कस्बे के कार्यक्रम की सूचना सार्वजनिक की। बावजूद इसके पुलिस इंटेलिजेंस, एलआईयू व अन्य गोपनीय विभाग समाजवादी पार्टी के अंादोलन की गंभीरता को भांप नहीं सका। इसके बाद यदि सपा के लोग मुख्यमंत्री से मिलने के लिए कूच किए तो उन्हें रोक पाने की नाकामी का सारा गुस्सा लाठी के जरिए निकालने का काम जनपद पुलिस ने किया। इसके बाद अब सपाइयों की गिरफ्तारी कर अनुचित कार्य कर रही है। एसपी ने प्रकरण में जल्द उचित पहल किए जाने का भरोसा सपा नेताओं को दिया।
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हिरासत में पूर्व अध्यक्ष से मिले सपा नेता
चंदौली। सपा के पूर्व अध्यक्ष बलिराम यादव के पुलिस हिरासत में होने की सूचना के बाद एसपी से मुलाकात कर लौट रहे सपा नेता रामकिशुन यादव व मनोज डब्लू सदर कोतवाली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बलिराम यादव से बातचीत की। सपा नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष को भरोसा दिया कि चंदौली के एक-एक सपाई उनके साथ है। किसी कीमत पर उनके साथ ज्यादती नहीं होने दी जाएगी। बलिराम यादव ने बताया कि किसानों की समस्याओं को लेकर जेल जाना पड़े तो यह कीमत भी उनके लिए बहुत छोटी है।