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Monday, February 3, 2025

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सीओ सकलडीहा अनिरूद्ध सिंह दो सप्ताह में विधानसभा को देंगे स्पष्टीकरण

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विधानसभा के संयुक्त सचिव ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को लिखा पत्र‚ मांगा स्पष्टीकरण

Young Writer, सकलडीहा। सपाइयों से झपड़ व लाठीचार्ज की घटना का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकला है। शीतकालीन सत्र के दौरान सकलडीहा विधायक द्वारा विधानसभा में सकलडीहा सीओ अनिरूद्ध सिंह के खिलाफ की गई शिकायत को विधानसभा ने संज्ञान में लिया। उक्त प्रकरण के विधानसभा के पटल पर उठाए जाने के बाद विधानसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव अरविंद पाठक ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को पत्र लिखकर प्रभुनारायण सिंह यादव, सदस्य विधानसभा के विशेषाधिकार-हनन की शिकायत के बाबत सीओ सकलडीहा अनिरूद्ध सिंह का स्पष्टीकरण दो सप्ताह के अंदर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के अवलोकनार्थ प्रेषित करने का आग्रह किया है। 21 दिसंबर को जारी उक्त पत्र में सीओ सकलडीहा से दो सप्ताह के अंदर विधानसभा ने स्पष्टीकरण तलब किया है, जिससे सपाइयों व चंदौली पुलिस के बीच संघर्ष का मामला एक बार फिर ताजा हो गया।
विदित हो कि गत पांच दिसंबर को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ की रामगढ़ सभा की ओर कूच कर रहे सपाइयों का बीच रास्ते में पुलिस से सामना हुआ। इस बीच रोकने और आगे बढ़ने को लेकर सपाई व पुलिस आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते विवाद इस कदर बढ़ा कि पुलिस की ओर लाठियां चली तो सपाइयों ने भी अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का हवाला देते हुए वहीं तटस्थ हो गए और इस प्रकरण में डीएम के हस्तक्षेप के बाद मौके पर तैनात सकलडीहा सीओ अनिरूद्ध सिंह को हटना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने अगले दिन सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव व संतोष यादव समेत 150 अज्ञात सपाइयों ने 7सीएलए समेत कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर दिया और शाम होते-होते सपाइयों की धर-पकड़ भी शुरू कर दी।

सपा हाईकमान के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविंद चौधरी की अगुवाई में पार्टी का एक डेलीगेट चंदौली पहुंचा और मामले की जांच की। 15 दिसंबर को सदन शुरू होते ही सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने इस मुद्दे को मजबूती के साथ उठाया। इस पर सत्ता पक्ष ने सपा के विधायकों को घेरना चाहा तो नेता प्रतिपक्ष ने अपनी मजबूत दलीलों से उन्हें करारा जवाब दिया। विधानसभा के पटल पर नियम-63 व 64 के अंतर्गत जब विधायक प्रभुनारायण सिंह ने इसे रखा तो अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने प्रकरण को संज्ञान में लिया और विधानसभा सचिवालय के संसदीय अनुभाग के संयुक्त सचिव अरविंद पाठक को सीओ सकलडीहा का स्पष्टीकरण तलब करने के लिए निर्देश दिया। उक्त आदेश के अनुपालन की कड़ी में संयुक्त सचिव अरविंद पाठक ने संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना को इस अनुरोध के साथ पत्र लिखा कि विधानसभा सदस्य प्रभुनारायण सिंह यादव के विशेषाधिकार-हनन मामले में सीओ सकलडीहा अनिरूद्ध सिंह का स्पष्टीकरण प्राप्त कर दो सप्ताह के अंदर अवलोकन हेतु विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उक्त पत्र से चंदौली में हुए संघर्ष का मामला एक बार फिर ताजा हो गया है। ऐसे में सीओ सकलडीहा अनिरूद्ध सिंह को अपना पक्ष लिखित रूप से विधानसभा को दो सप्ताह के अंदर भेजना अनिवार्य हो गया है। इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सीओ सकलडीहा के स्पष्टीकरण के बाद विधानसभा की ओर से दोषी पक्ष के खिलाफ हर हाल में कार्यवाही संभावित नजर आ रहा है।

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