Young Writer, चंदौली। अंबेडकरवाद और लोहियावाद के अभूतपूर्व गठजोड़ से समाजवादी विचारधारा के विरोध करने वाली ताकतें बौखला उठीं हैं। चकिया में समजत विरोधी ताकतों की बौखलाहट अब पटल पर नजर आ रही हैं। आरोप लगाया कि कथित, भ्रामक और सच्चाई की बुनियाद से इतर आडियो को प्रसारित और प्रचारित करने करने का संगठित षड्यंत्र किया जा रहा है। उक्त बातें चकिया के पूर्व विधायक और सपा प्रत्याशी जितेंद्र कुमार एडवोकेट ने कही। उन्होंने कथित ऑडियो वायरल प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण और दूषित मानसिकता का परिचायक बताया।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने अबकी बात सत्ता परिवर्तन की जन भावनाओं को समझा और उसकी कद्र करते हुए चकिया विधानसभा में प्रत्याशी चयन किया है। उन्होंने सर्वसमाज के मांग को माना और जनता और उनके बीच का व्यक्तित्व को सपा का चेहरा बनाया, जिसे विपक्षी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और छोटी छोटी हरकतें करके समाजवाद के सशक्त संगठनात्मक ढांचे को तोड़ने की कवायद कर रहे हैं। उन्होंने वायरल हो रहे ऑडियो का खंडन किया। कहा कि समाजवादी लोग समाज को जोड़ने की बात करते हैं उनका ध्येय किसी भी समाज को आहत की बात सोचना एक सशक्त विचारधारा के खिलाफ है। किसी समाज या जाति को अपमानित करने की बात कहना अपने आप ने एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा है। चकिया की जनता बुनियादी सुविधाएं चाहती है। आजीविका के संचालन के लिए उसे अपने गांव इलाके में रोजगार चाहिए। ताकि नौगढ़ की वादियों में बसे रमे आदिवासी और वनवासियों की अधिक विपन्नता को संपन्नता में बदल सके। इसी उद्देश्य और ध्येय के साथ चुनाव लड़ा जा रहा है और इस लड़ाई को कोई प्रत्याशी नहीं, बल्कि चकिया का जन-जन लड़ रहा और अपनी बुनियादी हक के लिए लड़ रही आवाम समाज विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देती। ऐसी भ्रामक ऑडियो के सहारे जुटे हुए समाज को तोड़ा नहीं जा सकेगा। कहा कि मेरा पूरा राजनीतिक करियर नौगढ़ और चकिया को समर्पित रहा है और अंतिम सांस तक यहां के लोगों के कल्याण और विकास के लिए ऐसे ही समर्पित रहूंगा।