Young Writer, चंदौली। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष बलिराम यादव अपने तीन अन्य साथियों के साथ जिला जेल वाराणसी में निरूद्ध थे। जिन्हें अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बीते बुधवार को रिहा करने के आदेश दिए थे। रिहाई परवाना जिला जेल पहुंचने और रिहाई संबंधित अन्य दस्तावेज पूर्ण होने के बाद गुरुवार की सुबह जेल में बंद सभी समाजवादी नेताओं की रिहाई हुई तो गेट पर ही जिलाध्यक्ष सत्यनरायन राजभर समेत तमाम दिग्गज सपाइयों ने अपने संघर्षशील साथियों का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के नारे जमकर बुलंद हुए। साथ ही सपाइयों ने एक बार फिर जनहित के मुद्दे पर संघर्ष को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। जिलाध्यक्ष सत्यनरायन राजभर ने कहा कि दमन व जुल्म-ज्यादती के जरिए आमजन की आवाज को दबाना नहीं जा सकता। जिला प्रशासन समस्याओं को दूर करने की बजाय उसके लिए संघर्ष करने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं का दमन व उत्पीड़न कर रही है, जो पूरी तरह से अनुचित है।
जिला उपाध्यक्ष परवेज अहमद जोखू ने कहा कि संघर्ष ही समाजवादी पार्टी की पहचान है इसे सत्ता व जिला प्रशासन के गठजोड़ के दमनात्मक रवैये से तोड़ा नहीं जा सकता। सपा की बुनियाद की संघर्ष की ईंटों पर टिकी है और इसे सपा कार्यकर्ताओं ने अपने लहू से सींचकर खड़ा किया है, जिसे हिला पाना किसी के बूते की बात नहीं है। जिला प्रशासन के इस उत्पीड़न से चंदौली के सपाइयों का हौसला और मजबूत हुआ है। चेताया कि जिला प्रशासन धान खरीद, उर्वरकों की उपलब्धता व सड़कों की मरम्मत जैसे बुनियादी चीजों पर ध्यान दें। समस्याएं रहीं तो समाजवादी पार्टी उसे लेकर कड़ा प्रतिकार करेगी। अब पुलिस-प्रशासन को पहले से ज्यादा सपा के विरोध को झेलना होगा। इस अवसर पर जिला महासचिव नफीस अहमद गुड्डू, सयुस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव, सुधाकर कुशवाहा, सुदामा यादव आदि उपस्थित रहे।