Young Writer, पड़ाव। एकात्म मानववाद के प्रणेता, भारतीय सनातन परंपरा के मुख्य आधार और राजनैतिक भाष्यकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि शुक्रवार को श्रद्धापूर्वक मनाई गयी। इस दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के कार्यकर्ताओं ने संयोजक डा.अनिल यादव के नेतृत्व में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल परिसर में पंडित की विशाल मूर्ति के सामने चरणों में अपने अपने श्रद्धा सुमन समर्पित किया।
इस अवसर पर डा. अनिल यादव ने कहा कि पंडित दीनदयाल एक महान चिंतक थे और यह चिंतन एकात्म मानववाद के रूप में पूरे विश्व में जाना जा रहा है। मानव हमेशा अपने मानस में मानव की बेहतरी के लिए कुछ न कुछ सोचता रहता है और वैचारिकी देता रहता है लेकिन कभी वह मानव को राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक एवं नैतिक बंधनों में अलग-अलग खेमों में बांधकर देखता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद मानव के सभी पक्षों को एक में रखकर सोचने की स्थापना देता है। इसी भाष्य के आधार पर भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी का उद्भव व विकास हुआ। उनके अंत्योदय को भाजपा ने अपनाया और आज भी कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के विकास के बारे में यह पार्टी और इसकी सरकार सोचती और कार्य करती है। इस अवसर पर रोहित यादव, रामजी यादव, विनय शर्मा, आयुष सेठ, अभय सोनकर, स्वामीनाथ सोनकर, राहुल गुप्ता, हरेराम यादव, रितिक पटेल, हरिओम यादव, हरि गोविंद यादव, वैभव अग्रहरि, अनुपम पाल, अनन्त यादव, आर्यन सोनकर उपस्थित थे।