Young Writer, चंदौली। तथागत विहार चेरिटेबुल ट्रस्ट के साथ मिल्कीपुर व ताहिरपुर के किसानों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर पैदल मार्च निकाला। इस दौरान भ्रमण करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां जिला प्रशासन व सरकार के विरोध में नारेबाजी की। आरोप लगाया कि फ्रेट विलेज निर्माण के नाम पर प्रशासन अवैध तरीके से भूमि अधिग्रहण करने की फिराक में है। पीपीपी मॉडल पर बनाए जा रहे बंदरगाह व उसके स्टोर के किसानों व तथागत विहार की जमीन को जबरन जमीन लेने का प्रयास सामाजिक समाघात प्रभाव की धारा-4 का पूर्णतया उल्लंघन है।

इस बाबत किसान न्याय मोर्चा के संयोजक व लीगल एडवाइजर महेंद्र यादव ने कहा कि 2019 में अधिग्रहण को लेकर हुई बैठक में 70 से 80 प्रतिशत किसानों ने अपनी सहमति नहीं दी। बीते 29 अक्टूबर 2022 को अधिग्रहण को लेकर आपत्ति मांगी गयी। इस पर तथागत विहार व किसानों की ओर से 60 दिन के अंदर आपत्ति दी गई। बावजूद इसके अधिग्रहण कार्यवाही को स्थगित नहीं किया गया। जबकि अधिग्रहण के लिए 70 से 80 प्रतिशत किसानों की सहमति होना अनिवार्य है। मांग किया कि जिला प्रशासन शासन को अवगत कराए, ताकि इस योजना को सरकार वापस ले सके। जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष डा. सुनील कुमार मौर्या ने कहा कि तथागत बिहार चैरिटेबुल ट्रस्ट मिल्कीपुर चंदौली में गंगा के तट पर 5 एकड़ में फैला है। इसे अंदर गौतम बुद्ध की प्रतिमा के साथ ही अशोक स्तम्भ, ध्यान केंद्र व कार्यालय स्थित है। वहीं एक हजार शीशम, सागौन, कदम आदि के वृक्ष मौजूद हैं, जो पर्यावरण की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। ट्रस्ट से 250 आजीवन सदस्य जुड़े हैं, वहीं प्रतिदिन पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। यहां प्रतिदिनि धम्म देशना व विपश्ना होता है। ऐसे में फ्रेट विलेज योजना अंतर्गत जल प्राधिकरण बंदरगाह के लिए अधिग्रहा की कार्यवाही मिल्कीपुर व ताहिरपुर के किसान व परिवारों को प्रभावित करना अनुचित है। कहा कि सामाजिक समाघात प्रभाव की कानून की धारा-2 की उपधारा-2 के मुताबिक 70 से 80 प्रतिशत लोगों की सहमति की आवश्यकता है, जिसका उल्लंघन हो रहा है। कहा कि प्रस्तुत आपत्ति को स्वीकार करते हुए योजना के निरस्तीकरण हेतु शासन को अवगत कराया जाए। इस अवसर पर अमरेश कुशवाहा, गोपाल मौर्या, मोतीलाल शास्त्री, सुधाकर कुशवाहा, कन्हैया कुशवाहा, विनय मौर्य, विरेन्द्र मौर्य, चन्द्र प्रकाश मौर्य, पवन मौर्य, हीरामन, रामललित सिंह, बनारसी प्रसाद, जितेंद्र कुमार, अजय मौर्या, देवीचरण कुशवाहा, श्रवण कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।