अतिथि नेताओं की आगवानी में अग्रणी दिखे सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज डब्लू
Young Writer, चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह(Manoj Singh W), जनपद दौरे पर आ रहे समाजवादी पार्टी के प्रमुख प्रदेश महासचिव राजनारायण बिंद व कार्यकारिणी सदस्य डा. विनोद बिंद की आगवानी के लिए गोधना मोड़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दोनों प्रांतीय नेताओं का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत एवं अभिनंदन किया। साथ ही चकिया तिराहा पहुंचकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व विधायक गंजी प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव का साथ व सानिध्य सपा नेता मनोज सिंह डब्लू को मिला।
इस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सपा के दोनों प्रांतीय नेताओं राज नारायण बिंद व डा. विनोद बिंद ने स्पष्ट कहा कि समाजवादी पार्टी हर मोर्चे पर संघर्ष करने के लिए तैयार है। भाजपा ने जनता को बेइंतहा दर्द और दुश्वारियां दी है, जिसका हिसाब आगामी विधानसभा चुनाव-2022 में जनता करेगी। भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर करके जनतंत्र वाले इस देश में तानाशाही व राजतंत्र स्थापित करना चाहा। संविधान में आम आदमी को प्रदत्त मौलिक अधिकारों को खंडित करने के प्रयास हुए और सरकारें मूकदर्शक बनी रही। भारतीय राजनीति में यह सबकुछ पहली बार हुआ है जिससे राजनीति की मर्यादाएं तार-तार हुई हैं। संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों द्वारा जो कृत्य किया जा रहा है उससे देश व प्रदेश के विकास को गहरा आघात लगा है। तमाम संवैधानिक संस्थाओं की शुचिता पर आज सवाल हो रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कहीं न कहीं सरकारों ने इन संस्थाओं की स्वायत्ता पर आघात किया, जिससे इनकी शुचिता आज हाशिए पर नजर आ रही है। मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि जब भाजपा हारने लगती है तो तरह-तरह के षड्यंत्र रचती है। अपनी प्रचण्ड हार को देखकर एक बार फिर कोविड-19 जैसी बीमारी को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी आज हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ने को पूरी तरह से तैयार है क्योंकि सपा के साथ अपार जनसमर्थन है।
पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि अपने राजनीतिक कैरियर में ऐसी कंफ्यूज सरकार मैंने आज तक नहीं देखी जो अपने ही फैसले को बार-बार पलटती है। हाल में धान खरीद प्रणाली में लगातार हो रहे बदलाव इसका ज्वलंत उदाहरण है। सरकार ने खरीद व्यवस्था में कई बार बदलाव किया, जिसका खामियाजा पूरे प्रदेश के किसानों ने भुगता और आज उनके अंदर जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। सरकार बिना किसी तैयारी है तानाशाही पूर्ण फैसले लागू कर देती है और फजीहत होने पर फिर से उसे वापस लेती है। ऐसी कंफ्यूज सरकार को जनता ने हटाने का मन बना लिया है।