चंदौली में श्रद्धापूर्वक मनाई गई राजनारायण की 38वीं पुण्यतिथि
Young Writer, चंदौली। जन संघर्षों महानायक व समाजवादी चिंतक राजनारायण सिंह की 38वीं पुण्यतिथि चंदौली में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस दौरान पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह की अगुवाई विभिन्न दलों से आए समाजवादी विचारकों ने राजनारायण को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनके संघर्ष एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही दलित व पिछड़े युवाओं के राजनीति में भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए विचार-विमर्श भी किया गया।
इस दौरान पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह ने कहा कि राजनारायण वो शख्सित थे, जिन्हें आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी ने जेल भेजने का काम किया। 1977 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल हटाकर चुनाव कराया तो रायबरेली पर उनके खिलाफ राजनारायण चुनाव लड़े और उन्होंने इंदिरा गांधी को शिकस्त दी। उन्होंने जनता पार्टी में दोहरी सदस्यता का सवाल खड़कर आरएसएस के खिलाफ मोर्चा खोला।
कांग्रेस नेता संजीव सिंह ने कहा कि उत्तर भारत में छात्र युवा आंदोलनों को राजनारायण का सहयोग और समर्थन भरपूर मिला। उनके अंदर अकेले खड़े होने का साहस और संघर्ष की क्षमता थी। सियासत में उतार चढ़ाव के बीच वह पूरी तरह से स्थिर रहे।
कुंवर सुरेश सिंह ने कहा कि राजनारायण जैसे महानायकों की आवश्यकता है, जिस तरह से देश की राजनीति में गिरावट आ रही है उससे लड़ने के लिए राजनारायण जैसे नेतृत्व क्षमता की जरूरत है। चेयरमैन अध्यक्षता करते हुए प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिवेश में समाजवादी विचारधारा तेजी से विलुप्त हो रही है, जिसे बचाने के लिए मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। साथ ही युवा पीढ़ी को महापुरुषों के बारे में जानकारी देकर जोड़ने की जरूरत है, जो वर्तमान में दूर होते जा रहे हैं।
चेयरमैन सुनील यादव गुड्डू ने राजनारायन को श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि आज हम सभी को अपने युवाओं को अपने महापुरुषों के व्यक्तित्व व जीवनी के बारे में बताकर उनसे जोड़ने की जरूरत है। इस अवसर पर संजय सिंह, चेयरमैन सुनील यादव गुड्डू, दिलीप पासवान, सुजीत कन्नौजिया, अजय मौर्या, वंशराज पासवान, सुनील सिंह मुखिया, गणेश यादव, केदार यादव, महेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।