Young Writer, चंदौली। समाजवादी पार्टी नेतृत्व द्वारा गठित छह सदस्यीय डेलीगेट्स रविवार को चंदौली जनपद के दौरे पर रहेगा। इस दौरान जांच दल के सदस्य पुलिस संघर्ष में चोट खाए सपाइयों से मिलकर उनका दर्द बांटेंगे। साथ ही पुलिस से हुए संघर्ष की सच्चाई को भी परखेंगे। इसके लिए सपा का डेलीगेट्स विभिन्न नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिलेगा और अपने चंदौली आगमन की सार्थकता को पूर्ण कर इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी के अन्य जिम्मेदारान नेताओं को प्रेषित करेगा, ताकि हाईकमान प्रदेश स्तर पर सुर्खियां अर्जित कर चुके संघर्ष की घटना में आगे की दिशा में कदम बढ़ा सके। इसके लिए समाजवादी पार्टी के अंदर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

समाजवादी पार्टी के विश्वस्त सूत्रों व फेसबुक पर समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी की Facebook पर वायरल हो रही पोस्ट को आधार माना जाए तो 12 दिसंबर यानी रविवार को जनपद चंदौली में समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह व सुरेंद्र पटेल, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, चंदौली जिलाध्यक्ष सत्यनरायन राजभर, प्रदेश महासचिव समाजवादी पार्टी राजनारायण बिंद होंगे। इन नेताओं द्वारा पांच दिसंबर को चहनियां में सीओ सकलडीहा व पुलिस फोर्स के साथ हुए संघर्ष, लाठीचार्ज व अभद्रता की घटना की जांच की जाएगी। सपाइयों का दल उन तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिलेगा, जिन्होंने पुलिसिया लाठी खाई और जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले छोटे से संघर्ष की घटना का प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनने के बाद समाजवादी पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है और शीर्ष नेतृत्व द्वारा भेजा गया यह दल घटना के सही व वास्तविक तथ्यों तक पहुंचकर उसे अपनी रिपोर्ट में संलग्न कर सपा प्रमुख तक पहुंचाने का काम करेगा। इसके बाद शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर समाजवादी पार्टी अगला कदम उठाएगी ऐसा पार्टी के लोग अनुमान लगा रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का यह भी अनुमान है कि जांच दल के रिपोर्ट में यदि किसी नेता-कार्यकर्ता की कमी-खामी का जिक्र पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कदम भी शीर्ष नेतृत्व उठा सकता है, क्योंकि यह सबकुछ विधानसभा चुनाव-2022 के ठीक पहले हो रहा है। पार्टी किसी भी कीमत पर चुनाव के वक्त किसी तरह की लापरवाही व अनुशासनहीनता बर्दाश्त करने के मूड में बिल्कुल नजर नहीं आ रही है। अब देखना यह है कि समाजवादी पार्टी का जांच दल के पूरे दिन का शेड्यूल क्या होता है, वह कहां-कहां जाते हैं? क्या-क्या देखते हैं और अपनी रिपोर्ट में किस बात की जिक्र व उल्लेख करके शीर्ष नेतृत्व को सौंपते हैं। इन सबके बाद शीर्ष नेतृत्व की कार्यवाही पर पूरे जिले के कार्यकर्ताओं व नेताओं की निगाहें टिकी होंगी।