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Sunday, June 22, 2025

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Praveen Sonkar ने छोड़ी सपा, भाजपा में जाने के संकेत

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समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर जमीनी कार्यकर्ताओं को उपेक्षित करने का आरोप

Young Writer, Chandauli News: समाजवादी पार्टी में मजबूत दलित नेता के रूप में उभर रहे इंजीनियर प्रवीण सोनकर ने सपा की प्राथमिक एवं सक्रिय सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी संगठन की भूमिका को संदिग्ध करार दिया। साथ ही संगठन में पिछड़े, दलितों के साथ छल करने व उनकी अनदेखी के साथ ही सर्वसमाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप लगाया कि सपा के बड़े नेता नेता जनहित के मुद्दों से विमुख होकर सत्ता लोलुपता एवं उच्च पद के मद में चूर होकर जमीनी कार्यकर्ताओं की निरंतर उपेक्षा करते चले आ रहे है, जिससे आहत होकर संगठन को छोड़ने जैसा साहसिक निर्णय लेना पड़ा। साथ ही उन्होंने आगे आने वाले दिनों में भाजपा को ज्वाइन करके समाजसेवा के कार्य को निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने भाजपा संगठन के अनुशासन व आपसी तालमेल का जिक्र करते हुए जमकर तारीफ की।

Praveen Sonkar

सपा प्रमुख अखिलेश यादव को संबोधित अपने इस्तीफे में इंजीनियर प्रवीण कुमार सोनकर ने बताया कि उन्होंने IIT-BHU जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान से इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद सिंचाई विभाग में एक दशक तक अपनी सेवाएं प्रदान की और समाजसेवा के क्षेत्र से जुड़ा रहा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नीतियों, सिद्धांतों व कार्यशैली से प्रभावित होकर अपनी नौकरी से त्यागपत्र देकर पूर्ण रूप से समाजसेवा एवं जनहितैषी कार्यों में जुट गया। बताया कि किसान परिवार में पैदा हुआ हूं और सर्वसमाज की सेवा में सदैव समर्पित रहा। बावजूद इसके सपा द्वारा सहयोग एवं सम्मान के बजाय सदैव निराषा ही प्राप्त हुई। उन्होंने खखड़ा गांव की घटना की जिक्र करते हुए उल्लेख किया कि पीड़ित रामू यादव पुत्र पारसनाथ यादव की झोपड़ी में असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगा दी गई। जिसमें उनके कई मवेशियों की मौत हो गयी। उक्त प्रकरण में समाजवादी पार्टी जनपद-चंदौली का कोई भी नेता व पदाधिकारी पीड़ित के पक्ष में आवाज उठाने नहीं आया। शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराने के बाद भी पीड़ित रामू यादव की कोई मदद नहीं हुई। आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति पूर्णतः उदासीन हो चुका है, जिससे आहत होकर समाजवादी पार्टी के सभी दायित्वों से खुद को अलग करने का निर्णय पड़ा। बताया कि वह सपा को छोड़ रहे हैं, लेकिन चकिया विधानसभा क्षेत्र की जनता के प्रति सेवा से उनका लगाव व जुड़ाव कायम रहेगा और आगे भी उन्होंने जन-जन की समस्या को दूर करने के लिए तटस्थ रहने की बात कही।

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