Young Writer, चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू ने नामांकन के बाद सोमवार को अपने बयान कुछ ऐसा कह गए, जिसमें नयापन होने के साथ ही पैनापन भी था। उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को जन-जन की उम्मीदवारी करार दिया। साथ ही दारू और पैसा को मुख्य प्रतिद्वंदी बताया। उनका यह बयान सीधे तौर पर धन बल व बाहूबल पर करारा प्रहार था। यही वही है कि उन्होंने पक्ष में जनता-जर्नादन को रखा और विपक्ष की भूमिका में दारु-मुर्गा-पैसे को पार्टी बनाया।
इसके साथ ही उन्होंने सैयदराजा विधानसभा समेत जनपद के सभी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं में यह जागरूकता लाने का प्रयास किया कि मतदान का अधिकार महत्वपूर्ण अधिक है। यही अतिपिछड़ों, दलितों व शोषितों को समाज में सम्मान व बराबरी का दर्जा दिलाने में सहायक व मारक है। लिहाजा चंद रुपयों और दारू-मुर्गा व साड़ी के एवज में इसका सौदा ना करें। इसका संरक्षण करें और इसे लोकतंत्र के डकैतो से बचाने का भरपूर प्रयास करें। यह तभी संभव है जब जनता को इस अधिकार के मतलब व मायनों को समझा और दूसरों को समझाना भी है। यह आवाज स्वस्थ लोकतंत्र की शंखनाद है। जागरूकता की अलख जग चुकी है और लोग एक-दूसरे को तेजी से उसमें जोड़ते जा रही है। सबसे सुखद यह कि दलित बस्तियों में मतदान की अलख को लेकर रौशनी दिख रही है वह बड़े परिवर्तन की लौ बनकर उनके जीवन को रौशन करेगी।