Young Writer, सैयदराजा। सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू गुरुवार को चिरईगांव स्थित नवनिर्मित व नवउद्घाटित प्राथमिक अस्पताल के निरीक्षण पर थे। इस दौरान अस्पताल गेट पर ताला लटकता देख भड़क उठे। उन्होंने एक बार फिर सैयदराजा विधायक, भाजपा सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ हमला बोला। कहा कि भाजपा ने विकास व जनकल्याण के कार्यों को मजाक बनाकर रख दिया है। कल बड़े धूमधाम से अस्पताल का उद्घाटन किया, लेकिन आज यहां ताला लटक रहा है। कहा कि यह कोई गेस्ट हाउस नहीं अस्पताल है, जहां चिकित्सकों की नियुक्ति होनी चाहिए। यदि शुक्रवार को चिरईगांव अस्पताल का संचालन नहीं हुआ तो क्षेत्रीय जनता विधायक समेत जिला प्रशासन का ईंट से ईंट बजाने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल आधा-अधूरे कार्यों का उद्घाटन कर श्रेय लेने की हड़बड़ी में है। यदि पिछले पांच सालों तक विकास व जनकल्याण के कार्य हुए होते तो आज इन्हें यह हड़बड़ी नहीं करनी पड़ती। पहले चंदौली में रेलवे ओवरब्रिज को हड़बड़ी में उद्घाटित किया गया। इसके बाद चिरईगांव अस्पताल का उद्घाटन कर खुद ही वाहवाही लुटने का प्रयास हुआ। लेकिन आज यह अस्पताल बंद है। यहां न तो कोई डाक्टर है और ना ही कोई चिकित्सकीय स्टाफ। यदि अस्पताल भवन पर ताला ही जड़ना था तो इसके उद्घाटन का क्या औचित्य बनता है। इस अस्पताल की स्थापना का सपना क्षेत्रीय लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान करने की उद्देश्य से देखा गया जो अब साकार हो रहा है। बावजूद इसके क्षेत्रीय जनता को अस्पताल से चिकित्सकीय सेवाएं प्रदत्त नहीं हो पा रही है। अब सवाल यह उठता है कि यदि जब जनता को बेहतर ईलाज उपलब्ध नहीं हो सकता तो ऐसे अस्पताल के निर्माण व उसके उद्घाटन का क्या औचित्य? क्या सीएमओ सैयदराजा विधायक के साथ पत्थर का उद्घाटन करने आए थे? यदि ऐसा है तो क्षेत्रीय लोग ऐसे लोगों को उनकी भाषा में जवाब देना व समझाना जानते हैं? इसके पीछे भाजपा सरकार की नाकामियां और उनके जनप्रतिनिधियों के श्रेय लेने की हड़बड़ी जिम्मेदार है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि शुक्रवार को अस्पताल का संचालन नहीं हुआ तो जिला प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक को जनता के कड़े प्रतिकार व आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता के अस्पताल में धरना-प्रदर्शन व आंदोलन किया जाएगा, ताकि क्षेत्रीय लोगों के बेहतर दवा-ईलाज की सेवाएं अपने इलाके में पाने का सपना साकार हो सके। इस मौके पर रामजन्म यादव, दया यादव, ओमप्रकाश यादव, भरत कुमार, गणेश गुप्ता, भोला यादव, महमूद अली, संतोष उपाध्याय, चिंटू सिंह, छोटू सिंह आदि उपस्थित रहे।
