Young Writer, धानापुर। अमर शहीद विद्या मंदिर इंटर कालेज शहीदगांव में आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर बुधवार को अमृत महोत्सव व सन 1942 धानापुर कांड के महानायक स्वर्गीय कामता प्रसाद विद्यार्थी का 33वां निर्वाण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालू एवं विशिष्ट अतिथि सैयदराजा विधायक सुशील सिंह द्वारा मां सरस्वती, भारत माता व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. कामता प्रसाद विद्यार्थी के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया। वहीं अखंडानंद सरस्वती के पौत्र सोमदत्त द्विवेदी द्वारा मंत्रोच्चारण से कार्यक्रम का आगाज किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा देश भक्ति से ओत प्रोत गीत नृत्य सहित विभिन्न आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

इस दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि जब अंग्रेज हुकूमत जान गई कि अब भारत से उनका पलायन होना सुनिश्चित है तो फूट डालो राज करो नीति के तहत भारत के बंटवारा पर बल दिए। उस दौरान लगभग दस लाख लोगों को जान गंवानी पड़ी। उस 14 अगस्त की किसी को याद आई तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी । उन्होंने पूरे देश में विभाजन दिवस के रूप में मनवाया। आयुष मंत्री ने कहा कि सन् 1942 धानापुर कांड के महानायक स्व. कामता प्रसाद विद्यार्थी की धरती पर आकर वह धन्य हो गए और उनके द्वारा स्थापित इस विद्यालय के लिए यदि कुछ करने का अवसर प्राप्त हुआ तो वह अपना सौभाग्य समझेंगे। उनके बलिदान को यहां की जनता छात्र व शिक्षक बखूबी जानते हैं। हम उनसे आग्रह करते है कि आप कामता प्रसाद विद्यार्थी के बलिदान को याद करें जिससे आने वाली पीढ़ी आजादी को लड़ाई के नायक के इतिहास को जाने। विशिष्ट अतिथि ने कहा कि शहीद पार्क धानापुर में शहीद हीरा सिंह, शहीद रघुनाथ सिंह व शहीद महंगू सिंह की प्रतिमा स्थापित हुई है। यदि स्वजनों की स्वीकृति मिली तो 1942 स्वतंत्रता आंदोलन के नायक स्व. विद्यार्थी की भी प्रतिमा स्थापित कराने का काम किया जाएगा। इस अवसर पर हरेंद्र राय, देवेंद्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश पांडेय, धनंजय सिंह, मोती हरिजन, डा.केएन पांडेय, राकेश सिंह, कैप्टन लाल बिहारी प्रसाद, उमाशंकर तिवारी, रामजी मिश्र उपस्थित रहे। स्वागत संस्था के निदेशक आनंद विधार्थी एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक आशीष विद्यार्थी व संचालन अमरेंद्र सिंह ने किया।