Young Writer, चंदौली। राज्य कृषि मौसम केंद्र के आंकड़े बताते हैं कि मार्च-2022, पिछले 122 वर्षों में सबसे अधिक गर्म गुजरा है और वर्तमान में गर्मी अभी भी प्रचण्ड है। सूरज की तीखीं किरणें हर किसी को परेशान कर रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर गौर करें तो मार्च माह की तरह अबकी बार अप्रैल का महीना सामान्य से कहीं अधिक गर्म रहेगा और इस दौरान औसत मासिक वर्षा सामान्य से कम होने का पूरा अनुमान है। यह जानकारी देते हुए राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वानुमान के अनुसार वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में प्रचलित ला-नीना के कारण पैदा परिस्थितियों तथा हिंद महासागर में प्रचलित तटस्थ आईओडी परिस्थितियों के कारण अप्रैल-2022 के दौरान प्रदेश एवं समेकित उत्तर पश्चिमी भारत में औसत मासिक वर्षा सामान्य से कम रहने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि बीते मार्च-2022 में शीत ऋतु से ग्रीष्म ऋतु में मौसम का प्रवेश हुआ। इसके साथ ही तापमान में वृद्धि होना आरंभ हो गया था, परंतु मूलतः पश्चिमी विक्षोभों की अनुपस्थिति तथा शुष्क एवं गर्म पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में मार्च के दूसरे पखवाड़े के दौरान गर्मी में तेजी से वृद्धि हुई। चंदौली जनपद में अधिकतम तापमान सामान्य जलवायवीय औसत से काफी ऊपर चला गया उत्तर-पश्चिमी भारत तथा संपूर्ण देश के औसत मासिक अधिकतम तापमान के लिहाज से मार्च-2022 पिछले 122 सालों (1901-2022) में सबसे गर्म रहा। मार्च-2022 के दौरान समन्वित उत्तर पश्चिमी भारत का औसत मासिक अधिकतम तापमान 30.726 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 26.82 डिग्री सेल्सियस के अपने जलवायवीय औसत से 3.91 डिग्री सेल्सियस अधिक था, इस दौरान समेकित भारत का औसत मासिक अधिकतम तापमान भी 31.24 डिग्री सेल्सियस के जलवायवीय औसत से 1.86 डिग्री सेल्सियस ऊपर 33.101 डिग्री सेल्सियस के साथ पिछले 122 वर्षों के दौरान सर्वाधिक रहा। ऐसे में लोगों जरूरी कामकाज से ही दोपहर के वक्त घरों से बाहर रखें। तेज धूप व लू से बचने के लिए अपने पूरे शरीर को अच्छी तरह से ढक कर ही बाहर जाएं।