Young Writer, चहनियां। राहुल नालेज सीटी महुअरकला अन्तर्गत संचालित लल्लन आर तिवारी महाविद्यालय एवं बीएड कॉलेज में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा वित्तीय शिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बोर्ड की तरफ से अनिल नारायण दुबे ने सभी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। बताया कि किस प्रकार से धन का अर्जन, संचय एवं व्यय किया जाय।
उन्होेंने कहा कि शिक्षण कार्य में धन अर्जन विषय के साथ संचयन और व्यय विषयक शिक्षण होना जरूरी है। बताया कि पूर्व के समय में जब लोगों के पास आय के सीमित स्रोत होते थे ऐसी हालत में उनका संचयन करने का प्रयास काबिलेतारीफ का होता था, जिसका परिणाम आज भी कभी-कभी मिलता है जब जमीन या दिवाल में धन की प्राप्ति हो जाती है। उस समय के लोग आय के सापेक्ष व्यय करने में विश्वास करते थे। वहीं वर्तमान परिदृश्य में लोग दिखावे पन के चक्कर में एक दूसरे से बड़ा दिखाने की आतुरता में बेफजूल खर्च कर देते है जिसके कारण कभी कभी भारी कर्ज के बोझ तले दब जाते है और उनका बिकास कार्य के साथ आने वाली पीढी भी प्रभावित होने लगती है। इस दौरान उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं को धन अर्जन के गुर बताते हुए प्राप्त धन के संचयन और मितव्ययी बनने पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ डी सी पांडेय ने मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण करके किया। उक्त अवसर पर संस्थान के प्रबंधक श्री आनन्द तिवारी सोनू, डा. राकेश चन्द्र दुबे, डीएलएड विभागाध्यक्ष डा. एलबी तिवारी उपस्थित रहे।