सरकार से टैक्स में राहत पाने की उम्मीदों को लगा झटका
Chandauli: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में अंतरिम Budget-2024 पेश किया। जिसमें सरकार ने कस्टम ड्यूटी व एक्साइज ड्यूटी में कोई परिवर्तन नहीं किया है, जिससे चीजों के सस्ते होने की उम्मीदों को झटका लगा है। साथ ही चीजों के महंगा नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। इसके साथ ही टैक्स स्लैब में भी सरकार ने कोई बदलाव नहीं किया है, जिससे टैक्स में राहत पाने की लोगों की उम्मीदों को भी झटका लगा है। इसके अलावा सरकार ने फसलों की एमएसपी को भी स्थिर रखा है।
बजट-2024 को लेकर जनपद चंदौली से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आयीं। जिसमें सत्ता पक्ष के लोग जहां उक्त बजट को विकासोन्मुख बताते हुए उसकी सराहना कर रहे हैं, वहीं विपक्ष के लोग उक्त बजट चुनावी बजट करार देते हुए भाजपा सरकार का अंतिम बजट बताया।
रामनगर इंडस्ट्रीय एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस मिश्रा ने कहा कि केन्द्रीय बजट बहुत ही संतुलित एवं विकासोन्मुख है। इसमें नीतियों की निरंतरता का ध्यान रखा गया है जिसकी मांग कई वर्षों से थी। मूलभूत सुविधाओं के लिए निवेश बढ़ाने से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे विकसित अर्थ-व्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त होगा और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करना बहुत आसान हो जाएगा।
संस्कार भारती, पंडित दीनदयाल नगर के अध्यक्ष सतीश जिंदल ने कहा कि केन्द्रीय बजट में मूलभूत सुविधाओं के लिए निवेश बढ़ाने से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जिससे विकसित अर्थ-व्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त होगा। एक करोड़ परिवारों को सोलर उर्जा से जोड़ने का लक्ष्य ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने में सक्षम होगा। बजट में किसान, नौजवान, महिलाओं का भी विशेष रूप से ध्यान रखा गया है।
रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष व परिवर्तन सेवासमिति के अध्यक्ष चंद्रेश्वर जायसवाल ने कहा कि जिस प्रकार से बजट की घोषणा की गई है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह पूरी तरह चुनावी बजट है। लेकिन यह धरातल पर उतर जाए तो आम जनमानस को इसका लाभ मिल सकता है। बजट में जिस प्रकार से एक करोड़ परिवारों को प्रतिमाह 300 यूनिट बिजली पूरी तरह फ्री देने की बात कही गई है यह स्वागत योग्य है। लेकिन टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ यह थोड़ा सा निराशाजनक है।