चहनियां(Chahaniya)। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के निर्देश पर विधायक संग याचिका समिति ने गंगा कटान मुद्दे को लेकर महुअरिया, टाण्डा, सोनबरसा, जमालपुर तीरगांवा में निरीक्षण किया। क्षेत्र के गंगा किनारे गांवो में कटान से लोगो का एक उपजाऊ जमीन व मकान में समाहित हो चुका है। जिसे लेकर विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने बिधान सभा अध्यक्ष के समक्ष ये मुद्दा उठाया था।
विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर गुरुवार को याचिका समिति के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव, सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता डीके पाण्डुयाल, अधीक्षण अभियंता केशरी सिंह, जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा, अधिशासी अभियंता मूसाखाड मनोज कुमार ने सबसे पहले महुअरिया गांव में गये, जहां किसानों की उपजाऊ जमीन कटान के बारे में विधायक ने बताया। इसके बाद सोनबरसा व टाण्डाकला में गये। जहाँ लोगो के घर कटान से जूझ रहे के बारे में जाना। फिर जमालपुर तीरगांवा गये, जहां कई लोगो के मकान गंगा में समाहित हो चुके है उनके बारे में नोट किया। इस दौरान विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने कहा कि गंगा कटान के मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को पत्रक के माध्यम से बताया था। जिस पर याचिका समिति गठित किया गया। याचिका समिति के माध्यम से सरकार को क्षेत्र के कटान के बारे में अवगत कराएंगे। यह बहुत बड़ी समस्या है। कितने किसानों का उपजाऊ जमीन गंगा में समाहित हो चुकी है। उन्होंने अधिकारियों के समक्ष बाण गंगा पट जाने की भी मुद्दा उठाया। साथ ही भुसौला व हसनपुर के बीच रेगुलेटर लगाने की मुद्दा उठाते हुए कहा कि यदि रेगुलेटर नही लगा तो हजारों किसान सिंचाई से वंचित रह जाएंगे। सभी रिपोर्ट बनाकर विधान सभा में अध्यक्ष के समक्ष पेश किया जायेगा। इस दौरान क्षेत्राधिकारी राजेश राय, राजीव सिंह मुन्ना, सुभाष यादव, जिला पंचायत सदस्य रविन्द्र यादव, आनन्द सोनकर, अक्षय यादव, प्रमोद यादव, श्याम लाल यादव, बालकरण आदि लोग उपस्थित थे।