Young Writer, चंदौली। यूक्रेन में युद्ध जैसे विषम हालात में फंसे शाकिफ कयूम शाह गुरुवार को अपने वतन, अपने घर सकुशल लौट आए। उन्हें अपने बीच पाकर जहां परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली, वहीं खुदा का शुक्रिया अदा किया। घर लौटने के बाद शाकिफ कयूम शाह ने यूक्रेन के लविव शहर सहित आसपास के शहरों में चल रहे युद्ध संघर्ष की आंखों देखे दृश्य का वृत्तांत किया।
उन्होंने बताया कि वह पोलैंड से एयरफोर्स के सी-17 विमान से अपने वतन वापस लौटे हैं। तीसरे प्रयास के बाद उसे पोलैंड की सीमा को लांघने का मौका मिला। दो प्रयास में नाकाम रहे तो उन्हें वापस पैदल लौटना पड़ा। इस कड़ी में 30 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी। कहा कि पोलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने अच्छा काम किया, लेकिन थोड़ा विलंब से किया। यदि दूतावास ने पहले ही यह काम कर दिया होता तो यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे भारतीय सुरक्षित लौट आते। बताया कि युद्ध की स्थित में यूक्रेन की रातें बेहद खतरनाक हो गयी है। स्थिति यह है कि बम धमाकों से बचने के लिए पूरे शहर की लाइटें बंद कर दी जा रही है, वहीं लोगों की रातें सेफ हाउस में कट रही है। इस दौरान रात में होने वाले बम धमाकों की गूंज से लोग डर जा रहे हैं, सहम जा रहे हैं। बताया कि यूक्रेन पहले ही दो विश्व युद्ध झेल चुका है। लिहाजा वहां का हर हाउस के नीचे एक सेफ हाउस मौजूद है। यही सेफ हाउस आज वहां के लोगों की जान बचाने का सबसे सशक्त माध्यम बना हुआ है। बताया कि युद्ध की स्थिति में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष जारी है, जिसका दृश्य बेहद भयावह व डरावना है।